पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने हालांकि स्पष्ट किया कि पार्टी हमेशा काले धन के मुद्दे पर अर्थपूर्ण, स्पष्ट और सटीक कदमों का समर्थन करेगी।
उन्होंने यह भी सवाल किया कि क्या प्रधानमंत्री विदेश में जमा 80 लाख करोड़ रूपये काला धन लाने में उनकी नाकामी को ढकने के लिए ही इस योजना को लाए हैं। उधर, कोलकाता से मिली खबर के अनुसार, इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस और माकपा ने कहा कि इस फैसले का मध्यम वर्ग और छोटे कारोबारियों की वित्तीय स्थिति पर बड़ा असर होगा।
माकपा पोलितब्यूरो सदस्य मोहम्मद सलीम ने कहा कि हम हमेशा काले धन के मुद्दे के समर्थन में हैं। लेकिन इस मुद्दे पर ढाई साल की चुप्पी के बाद केन्द्र ने अचानक पांच सौ और एक हजार रूपये के नोट हटाने का अचानक फैसला किया। यह बेहूदा है। यह फैसला छोटे कारोबारियों और मध्यम वर्ग पर बड़ा असर डालेगा।
भाषा