दुनियाभर में कोरोना वायरस का खतरा अभी कम नहीं हुआ है। अमेरिकी और यूरोपीय देश कोरोना की चौथी से पांचवीं लहर का सामना कर रहे हैं। वहीं अफ्रीका में मिले कोरोना के नए B.1.1.529 वैरिएंट का नामकरण हो गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इस वैरिएंट का नाम ओमिक्रॉन रखा है।
पिछले साल दिसंबर में ब्रिटेन में कोरोना के नए वेरिएंट का पता चला था। इसका नाम ग्रीक वर्णमाला के पहले अक्षर से लिया गया था। इसके बाद बीटा, गामा और डेल्टा वेरिएंट भी आ गए, अब डब्ल्यूएचओ ने नए वैरिएंट का नाम ग्रीक अक्षर ओमिक्रॉन पर रखा है।
भारत में अब तक दक्षिण अफ्रीका से फैले ओमिक्रोन वेरिएंट का कोई मामला सामने नहीं आया है, लेकिन इसे बेहद गंभीरता से लिया जाना जरूरी है। नए वेरिएंट को लेकर सरकार की ओर से अहम बैठक बुलाई गई है। माना जा रहा है कि इस बैठक में उड़ानों पर प्रतिबंध लगाने पर विचार भी हो सकता है। कोरोना की पहली और दूसरी लहर झेल चुके भारत में संक्रमण फिलहाल काबू में है। वैक्सीनेशन की रफ्तार भी लगातार बढ़ रही है।
ओमिक्रोन दक्षिण अफ्रीका से निकल कर कई देशों में फैल गया है। नया वेरिएंट दक्षिण अफ्रीका में कई हफ्तों से फैल रहा था अब डब्ल्यूएचओ ने भी इसे खतरनाक माना है। ये वेरिएंट अफ्रीकी देश दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना पहुंच चुका है। एशिया के देश हॉन्ग कॉन्ग में भी केस मिल गए हैं। मिडिल ईस्ट के इजरायल और यूरोप के बेल्जियम में भी ओमिक्रोन पहुंच चुका है।
कोरोना के नए वेरिएंट ने पूरी दुनिया को फिर से सोचने पर मजबूर कर दिया है। तमाम देश अभी तक दक्षिण अफ्रीका की यात्रा पर प्रतिबंध लगा चुके हैं। ऐसे देशों में इटली, ऑस्ट्रिया, फ्रांस, जापान, यूनाइटेड किंगडम, सिंगापुर, नीदरलैंड, माल्टा, मलेशिया, मोरक्को, फिलीपींस, दुबई, जॉर्डन, अमेरिका, कनाडा और तुर्की शामिल हैं।
बता दें कि भारत ने चीन से आए कोरोना का दंश झेल चुका है। इसके अलावा डेल्टा वेरिएंट ने भी कहर ढाया था और अब ओमिक्रोन ने फिर चिंता बढ़ा दी है। केंद्र ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अलर्ट रहने के साथ निर्देश दिए हैं कि वो दक्षिण अफ्रीका, हांगकांग और बोत्सवाना से आने या जाने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की अच्छी तरह जांच करवाएं।
बता दें कि सरकार की ओर से जो भी महत्वपूर्ण कदम है उठाए जा रहे हैं ऐसे में हमें खुद की सुरक्षा का ख्याल रखना होगा। ऐसे में ध्यान देने वाली बात ये है कि सामाजिक दूरी और मास्क अब भी कोरोना से लड़ने का सबसे बड़ा हथियार है। तो कोरोना से बचने के लिए इन सभी उपायों को अपनाते रहें और कोरोना गाइडलाइन्स का पालन करते रहें।