कांग्रेस लगभग दो साल बाद इस बार 13 जून को दिल्ली के ताज पैलेस होटल में इफ्तार पार्टी का आयोजन कर रही है। इसमें कांग्रेस के तमाम नेताओं के साथ जहां विपक्ष के तमाम नेताओं को न्यौता भेजा गया है, वहीं चर्चा थी कि कांग्रेस ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को नहीं बुलाया।
हालांकि दिनभर चले इस बात पर विवाद के बाद सोमवार रात को कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रणब को न्यौता दिया है और उन्होंने इसे स्वीकार भी कर लिया है। कांग्रेस ने आखिरी इफ्तार 2015 में आयोजित किया था।
अटकलों पर लगा विराम
कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा कि कई मीडिया हाउसों ने प्रणब मुखर्जी को इफ्तार में न्यौता देने को लेकर सवाल उठाए थे। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रणब मुखर्जी को न्यौता दिया है और उन्होंने इसे स्वीकार भी कर लिया है। सुरजेवाला ने कहा कि अब शायद अनचाही अटकलों पर विराम लग जाएगा।
हालांकि अभी भी इस कार्यक्रम में पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और आम आदमी पार्टी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निमंत्रण पर सस्पेंस बना हुआ है।
कांग्रेस की ओर से आमंत्रित लोगों में उन सभी लोगों के नाम शामिल हैं जिन्हें इस साल की शुरुआत में सोनिया गांधी के भव्य रात्रिभोज के लिए बुलाया गया था। उस रात्रिभोज को नरेंद्र मोदी और अमित शाह की अगुवाई वाली भारतीय जनता पार्टी से लड़ने के लिए एक 'महागठबंधन' बनाने की कोशिश के रूप में देखा गया था।
कांग्रेस के अल्पसंख्यक विभाग आयोजित कर रहा है इफ्तार पार्टी
कांग्रेस ने 13 जून को दिल्ली के एक होटल में रखी गई इफ्तार पार्टी कांग्रेस का अल्पसंख्यक विभाग आयोजित कर रहा है। माना जा रहा है कि कुछ मुस्लिम कांग्रेसी नेताओं ने इफ्तार पार्टी के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से निवेदन किया था, जिस पर राजी होते हुए इसके लिए 13 जून का दिन तय किया गया है। दिल्ली के ताज पैलेस होटल में कांग्रेस की ओर से इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया है, जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी के भी शामिल होने की संभावना है।
जुटेंगे विपक्ष के दिग्गज
जानकारी के मुताबिक, इस पार्टी में यूपी के दो कद्दावर नेता अखिलेश यादव और मायावती को भी दावतनामा भेजा गया है।वहीं, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी कांग्रेस की तरफ से इस प्रोग्राम में आने के लिए कार्ड भेजा जा चुका है। एनसीपी नेता शरद पवार और गैर बीजेपी दलों के सभी बड़े नेताओं को बुलाने की योजना है। इस रोजा इफ्तार के जरिए कांग्रेस पूरे विपक्ष को भी इकट्ठा करने की तैयारी कर रही है। ऐसा कहा जा रहा है कि इफ्तार पार्टी में कांग्रेस इन नेताओं के अलावा विदेशी राजदूतों को भी निमंत्रण भेज सकती है।
कांग्रेस ने हमेशा मुस्लिम के हक और हुकूक की बात की है: गुलाम नबी आजाद
जानकारी के मुताबिक, मुसलमानों के बीच घटती लोकप्रियता और 2019 के चुनाव नजदीक आते ही कांग्रेस ने नई तकनीक शुरू कर दी, जिसमें वो अपनी पुरानी छवि को लेकर चलना चाहती है, जो एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी की है।
कर्नाटक चुनाव के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ये बोलते नजर आए थे कि मुसलमानों को कांग्रेस को वोट देना चाहिए क्योंकि कांग्रेस ने हमेशा मुस्लिम के हक और हुकूक की बात की है।