हिमाचल प्रदेश वर्तमान में 64,904 करोड़ रुपये के कर्ज का सामना कर रहा है। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने गुरुवार को राज्य विधानसभा को यह सूचित किया।
उन्होंने मानसून सत्र के दूसरे दिन अपनी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान यह जानकारी दी।
सीएम ने सदन में यह आंकड़ा दिया जिसपर कांग्रेस विधायक जगत सिंह नेगी ने दावा किया कि पहाड़ी राज्य पर 80,000 करोड़ रुपये का बकाया है।
ठाकुर ने कहा कि एक कांग्रेस विधायक का कहना है कि राज्य पर 70,000 करोड़ रुपये का कर्ज है, दूसरे का कहना है कि 75,000 रुपये और फिर भी दूसरे का कहना है कि 80,000 करोड़ रुपये, जिनमें से कोई भी सच नहीं था।
सीएम ने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान ऋण की वृद्धि 67 प्रतिशत थी, जबकि वर्तमान सरकार के दौरान यह सिर्फ 35 प्रतिशत है, जबकि कोविड-19 महामारी ने अर्थव्यवस्था को इतनी बुरी तरह प्रभावित किया है।
ठाकुर ने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार ने कुल मिलाकर 19,200 करोड़ रुपये का कर्ज लिया था जबकि उनकी सरकार ने 16,998 करोड़ रुपये का ही कर्ज लिया था। सीएम ने कहा कि उनकी सरकार ने केंद्र द्वारा निर्धारित 5,384 करोड़ रुपये कम कर्ज लिया।