प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 21 जुलाई 2025 को तेलुगु फिल्म उद्योग के चार प्रमुख अभिनेताओं, राणा दग्गुबाती, प्रकाश राज, विजय देवरकोंडा और लक्ष्मी मांचू को अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी और जुआ ऐप्स से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए समन जारी किया। ED ने राणा दग्गुबाती को 23 जुलाई, प्रकाश राज को 30 जुलाई, विजय देवरकोंडा को 6 अगस्त और लक्ष्मी मांचू को 13 अगस्त को हैदराबाद के जोनल कार्यालय में पेश होने को कहा है। यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत दर्ज एक मामले के बाद हुई, जो तेलंगाना और आंध्र प्रदेश पुलिस की पांच FIRs पर आधारित है।
यह मामला मार्च 2025 में हैदराबाद के मियापुर पुलिस स्टेशन में एक व्यवसायी पीएम फणींद्र शर्मा की शिकायत के बाद शुरू हुआ, जिन्होंने आरोप लगाया कि 25 हस्तियां और प्रभावशाली लोग जंगल रम्मी, A23, जीतविन और लोटस365 जैसे अवैध सट्टेबाजी ऐप्स को बढ़ावा दे रहे थे। शर्मा ने दावा किया कि इन प्रचारों ने युवाओं को आकर्षित किया, जिससे वित्तीय और मनोवैज्ञानिक नुकसान हुआ। FIR में राणा और प्रकाश राज को जंगल रम्मी, विजय देवरकोंडा को A23 और लक्ष्मी मांचू को योला247 के प्रचार से जोड़ा गया। ED का दावा है कि इन ऐप्स ने अवैध सट्टेबाजी के जरिए लाखों रुपये की अवैध आय अर्जित की।
राणा दग्गुबाती की टीम ने मार्च 2025 में स्पष्ट किया कि उनका एक स्किल-बेस्ड गेमिंग प्लेटफॉर्म के साथ 2017 में समाप्त हुआ अनुबंध था, जो केवल कानूनी रूप से अनुमत क्षेत्रों तक सीमित था। प्रकाश राज ने X पर एक वीडियो में कहा कि उन्होंने 2016 में एक गेमिंग ऐप का प्रचार किया था, लेकिन 2017 में इसे अनुचित समझकर अनुबंध नवीनीकरण से इनकार कर दिया। विजय देवरकोंडा ने भी दावा किया कि उनका प्रचार केवल कानूनी स्किल-बेस्ड गेम्स तक सीमित था।
ED ने इस महीने की शुरुआत में 29 हस्तियों, जिनमें निधि अग्रवाल, प्रणिता सुभाष, और प्रभावशाली लोग जैसे हर्षा साई और ‘लोकल बॉय नानी’ शामिल हैं, के खिलाफ एक इन्फोर्समेंट केस इन्फॉर्मेशन रिपोर्ट (ECIR) दर्ज की थी। जांच में इन प्रचारों से जुड़े वित्तीय लेनदेन और डिजिटल अभियानों की पड़ताल की जा रही है, जो कथित तौर पर जुआ को बढ़ावा दे रहे थे। यह मामला तेलुगु फिल्म उद्योग में हलचल मचा रहा है, और केंद्र सरकार अवैध सट्टेबाजी ऐप्स पर नए दिशानिर्देश लाने पर विचार कर रही है।