राष्ट्रीय राजधानी में नवंबर के पहले चार दिनों में डेंगू के करीब 300 मामले सामने आए हैं, जिससे इस साल अब तक वेक्टर जनित बीमारी के संक्रमण की संख्या 2,400 से अधिक हो गई है। सोमवार को जारी की गई नागरिक रिपोर्ट
अक्टूबर के महीने में 1,238 मामले दर्ज किए गए।
26 अक्टूबर तक डेंगू संक्रमण की संख्या 2,175 थी और इस महीने 4 नवंबर तक 295 मामले दर्ज किए गए हैं।दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, शहर में इस साल मलेरिया के 207 और चिकनगुनिया के 41 मामले भी दर्ज किए गए हैं। कुल रिपोर्ट किए गए मामलों में से 693 सितंबर में सामने आए।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2017 में, शहर ने 1 जनवरी से 4 नवंबर की अवधि में 4,188 मामले दर्ज किए थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस साल अब तक इस बीमारी से किसी की मौत नहीं हुई है, जबकि 2021 में डेंगू ने 23 लोगों की जान ले ली थी।
2015 में, शहर में बड़े पैमाने पर डेंगू का प्रकोप देखा गया था, अक्टूबर में मामलों की संख्या 10,600 को पार कर गई थी। 1996 के बाद से यह दिल्ली का सबसे खराब डेंगू का प्रकोप था।
सोमवार को जारी एमसीडी की रिपोर्ट के मुताबिक, शहर में जनवरी में डेंगू के 23 मामले, फरवरी में 16, मार्च में 22, अप्रैल में 20, मई में 30, जून में 32, जुलाई में 26 और अगस्त में 75 मामले दर्ज किए गए।
डेंगू और मलेरिया जैसी वेक्टर जनित बीमारियों के मामले आमतौर पर जुलाई और नवंबर के बीच रिपोर्ट किए जाते हैं, जो कभी-कभी दिसंबर के मध्य तक फैलते हैं।