भारत ने मंगलवार, 24 जून 2025 को इजरायल और ईरान के बीच हुए सीजफायर का स्वागत किया और इसे लागू करने में अमेरिका और कतर की मध्यस्थता की सराहना की। विदेश मंत्रालय (MEA) ने एक बयान में कहा कि भारत रातभर के घटनाक्रमों पर नजर रख रहा था, जिसमें अमेरिका द्वारा ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले और ईरान की ओर से कतर में अमेरिकी सैन्य अड्डों पर जवाबी हमले शामिल थे।
MEA ने कहा, "हम क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता की संभावनाओं को लेकर गहरी चिंता में हैं, लेकिन इजरायल और ईरान के बीच सीजफायर की खबरों और इसमें अमेरिका व कतर की भूमिका का स्वागत करते हैं।" बयान में जोर दिया गया कि क्षेत्र के विभिन्न संघर्षों को हल करने के लिए संवाद और कूटनीति का कोई विकल्प नहीं है। भारत ने कहा कि वह स्थायी शांति और स्थिरता के लिए सभी पक्षों के साथ मिलकर अपनी भूमिका निभाने को तैयार है।
यह सीजफायर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पहल पर हुआ, जिन्होंने इसे "12 डे वॉर" का अंत बताया। हालांकि, सीजफायर के कुछ घंटों बाद दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर उल्लंघन के आरोप लगाए। भारत ने सभी पक्षों से संयम बरतने और शांति बनाए रखने की अपील की।