सांप्रदायिक तनाव के दौरान दंगाई पेट्रोल बम का इस्तेमाल करते हैं। झारखंड के हजारीबाग में न तो सांप्रदायिक तनाव है न ही पेट्रोल, मगर यहां केरोसिन बम फट रहे हैं। अपने घर को रोशन करने के लिए कोई दिया या लालटेन जालाता है या चूल्हा सुलगाने के लिए केरोसिन तेल का इस्तेमाल करता है तो आग के संपर्क में आते ही केरोसिल तेल का गैलन, लालटेन, दिया धमाके के साथ फट पड़ता है।
बीते एक सप्ताह के दौरान चुटियारो, सरौनी, अमनारी और पारडीह गांव के आधा दर्जन घरों में विस्फोट हो चुका है। हादसे में दो लोगों की मौत हुई है और कोई एक दर्जन लोग घायल हुए। घायलों में आधा दर्जन की हालत गंभीर है। दुर्घटनाओं के बाद हजारीबाग के डीसी ने केरोसिन के इस्तेमाल पर रोक लगा दिया है। नमूने जांच के लिए भेजे गये हैं ताकि मूल कारण का पता चल सके। हजारीबाग की घटना के बाद रांची के डीसी ने भी केरोसिन के नमूनों की जांच का आदेश दिया है। दुर्घटनाओं के बाद राज्य सरकार सक्रिय हुई है। खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री के निर्देश के बाद अपर मुख्य सचिव खाद्य एवं आपूर्ति ने हजारीबाग का दौरा किया। चुटियारो और अमनारी के केरोसिन डीलर से केरोसिल का नमूना लिया गया है।
केरोसिन विस्फोट के कारण हजारीबाद सदर प्रखंड के चुटियारो पंचायत के पारडीह गांव की दो साल की सुषमा की और 70 साल की देवंती देवी की इलाज के दौरान रांची के रिम्स ( राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान) में मौत हो गई।
तेल में ज्वलनशील पदार्थ की मिलावट की आशंका
अधिकारियों को आशंका है कि तेल में जाने-अनजाने किसी अति ज्वलनशील पदार्थ की मिलावट की वजह से इस तरह की दुर्घटना हो रही है। जांच के बाद स्पष्ट होगा कि चूक या लापरवाही किस स्तर पर हुई है। इन घटनाओं के बाद हजारीबाग के गांवों में दहशत है। घटना के बारे में प्रभात खबर अमनारी की घायल सबिता देवी के परिवार की अंजली के हवाले लिखता है कि शाम में बिजली चली गई, इन्वर्टर बैठक गया था। लालटेन जलाने के लिए केरोसिन डालने लगा इसी क्रम में लालटेन और केरोसिन के गैलन में ब्लास्ट हो गया। 15 मिनट के बाद ही इसी तरह का हादसा रंजीता देवी के घर में डिबरी जलाने के क्रम में हुआ।