जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक के राजेंद्र ने जवानों की मौत की पुष्टी करते हुए बताया, यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। राष्ट्रीय राजमार्ग पर बिजबहेड़ा के समीप बीएसएफ के काफिले पर आतंकवादियों ने हमला किया। उन्होंने बताया कि आतंकियों ने आसपास की गलियों से गोलियां चलाईं। अधिकारियों ने बताया कि यहां से करीब 52 किलोमीटर दूर बिजबहेड़ा में एक सरकारी अस्पताल के समीप शाम करीब साढ़े चार बजे हुई इस घटना में तीन बीएसएफ जवानों की जान चली गई। गोलीबारी में हेड कांस्टेबल गिरीश कुमार शुक्ला, कांस्टेबल महिंदर राम और हवलदार दिनेश शहीद हो गए जबकि चार अन्य जवाल घायल हुए हैं। स्थिति का जायजा लेने के लिए बीएसएफ महानिदेशक के के शर्मा घटनास्थल पर जा रहे हैं।
बीएसएफ के 23 वाहन बल के जवानों को लेकर जम्मू से श्रीनगर आ रहे थे। ये जवान छुट्टी के बाद अपनी ड्यूटी पर लौट रहे थे। घटना से संबंधित इलाके को सीआरपीएफ और राष्ट्रीय राइफल्स ने घेर लिया है और अतिरिक्त सुरक्षाबल वहां भेजे गए हैं। किसी भी आतंकवादी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। वैसे सुरक्षा बलों का मानना है कि यह हमला प्रतिबंधित हिजबुल मुजाहिदीन के कार्यकर्ताओं का काम हो सकता है जिसकी अगुवाई बुरहान वानी करता है। इस घटना से 10 दिन पहले हिजबुल मुजाहिदीन ने श्रीनगर में दो अलग-अलगघटनाओं में तीन पुलिसकर्मियों को मार डाला था। इस संगठन ने ऐसे और हमले करने की धमकी दी थी। बीएसएफ के काफिले अक्सर आतंकवादी संगठनों के निशाने पर रहे हैं। पिछले साल अगस्त में उधमपुर में बीएसएफ के एक काफिले पर लश्कर ए तैयबा के आतंकवादियों ने हमला किया था जिसमें दो जवान शहीद हो गए थे और एक आतंकवादी मारा गया था। जबकि एक अन्य आतंकवादी मोहम्मद नवीद जिंदा पकड़ा गया था।