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विराट सहित 39 हस्तियों को मिला पद्म पुरस्कार

दिग्गज नेताओं शरद पवार, मुरली मनोहर जोशी और लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष दिवंगत पीए संगमा, क्रिकेटर विराट कोहली और गायिका अनुराधा पौडवाल सहित 39 लोगों को पद्म पुरस्कार प्रदान किए गए।
विराट सहित 39 हस्तियों को मिला पद्म पुरस्कार

राष्ट्रपति भवन में गुरुवार शाम को आयोजित विशेष कार्यक्रम में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने जोशी, पवार, संगमा (मरणोपरांत) और ईसरो के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर उडिपी रामचन्द्र राव को देश के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से नवाजा गया।

योग गुरु स्वामी निरंजनानंद सरस्वती, थाईलैंड की राजकुमारी महा चक्री सिरिनधोरन और भारत में लेप्रोस्कोपिक सर्जरी के जनक तेथेमटोन एराच उदवाडिया को पद्म भूषण सम्मान दिया गया। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली, लोकसभा के पूर्व महासचिव टी. के. विश्वनाथन, जानेमाने एंडोक्रायनोलॉजिस्ट एमएम गोदबोले, फ्रांसीसी इतिहासकार मिशेल दानिनो, मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के पूर्व प्रोफेसर अनंत अग्रवाल, कन्याकुमार विवेकानंद रॉक मेमोरियल की उपाध्यक्ष निवेदिता रघुनाथ भिड़े को पद्मश्री सम्मान प्रदान किया गया।

समारोह में उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, विभिन्न केन्द्रीय मंत्रियों और वरिष्ठ नौकरशाह मौजूद थे।

लोक गायिका बसंती बिष्ट, उद्योगपति मोहन रेड्डी वेंकटराम बोडानापु, मधुबनी चित्रकार बउआ देवी, कर्नाटक में हलाक्की आदिवासी की लोक कलाकार सुकरी बोम्मु गौड़ा, पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के ‘बाईक एम्बुलेंस दादा’ करीमुल हक को भी पद्मश्री से सम्मानित किया गया।

लेखक नरेन्द्र कोहली, पारा-एथलीट दीपा मलिक, रंगकर्मी वरेप्पा नाबा, कथकली कलाकार चेमनचेरी कुन्हैरामन नैयर, मलयाली कवि अक्किथम अच्युतन नम्बुदरी,खारखान से आदिवासी कलाकार मुकुंद नायक, पर्यावरणविद बलबीर सिंह सीचेवाल और जानीमानी स्त्रीरोग विशेषज्ञ भक्ती यादव को पद्मश्री से नवाजा गया।

गौरतलब है कि इस वर्ष कुल 89 लोगों के लिए पद्म पुरस्कारों की घोषणा की गई, जिनमें से 39 को पुरस्कृत किया गया। अन्य लोगों को 13 अप्रैल को सम्मानित किया जाएगा। कुल 89 लोगों में से 19 महिलाएं हैं। सूची में विदेशी नागरिकों, प्रवासी भारतीयों, पीआईओ श्रेणी के पांच लोग हैं जबकि छह लोगों को मरणोपरांत सम्मान दिया गया। 

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