आम आदमी पार्टी ने इस साल की लोहड़ी को किसान आंदोलन के शहीदों को समर्पित किया, पूरे पंजाब में पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा नए कृषि कानूनों की प्रतियां जलाई गई। पार्टी के पंजाब प्रदेश अध्यक्ष और सांसद भगवंत मान ने कहा, अब तक आंदोलन में शामिल होने वाले हमारे 65 से अधिक किसान भाई शहीद हो चुके हैं। किसानों के संकट की इस घड़ी में आम आदमी पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं ने यह निर्णय किया कि इस साल की लोहड़ी हम आंदोलन में शहीद हुए अपने किसान भाईयों को समर्पित करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारे पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पंजाब के हर जिले के लगभग सभी गांव, मुहल्ले और शहरों के 16000 से ज्यादा जगहों पर हमारे किसान भाईयों की जान लेने वाले इस काले कृषि कानूनों की 8 लाख से ज्यादा प्रतियां जलाकर आंदोलन में शहीद हुए अपने किसान भाईयों के जज्बे और हौसले को सलाम किया।
मान ने कहा, ये काला कानून, कानून नहीं हमारे अन्नदाताओं के मौत का वारंट है। इसीलिए हमने किसान भाईयों के साथ मिलकर उनकी आवाज और मांगो को बुलंद करने के लिए इस जानलेवा काले कानून को लोहड़ी की आग में जला दिया। उन्होंने कहा कि एक तरफ पंजाब के किसानों का बेटा देश की सीमा पर दुश्मनों से लड़ते हुए शहीद हो रहा है और दूसरी तरफ हमारे किसान अपने ही देश के तानाशाह शासक के खिलाफ आंदोलन करते हुए शहीद हो रहे हैं। देश का शासक सत्ता की अहंकार में डूबा हुआ है। अपने अहंकार के कारण वह इस भीषण ठंड में अपनी जान जोखिम में डालकर महीनों से सडक़ पर संघर्ष कर रहे देश के अन्नदाताओं की जायज मांगों को नहीं सुन रहा है और उन्हें ठंड में सडक़ पर ठिठुरने को मजबूर कर रहा है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ न करे और काले कानूनों को तुरंत समाप्त करे, मान ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर दुख जाहिर करते हुए कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि शीर्ष अदालत भी किसानों की समस्याओं को सही ढ़ंग से नहीं समझ पाया और कोर्ट से भी किसानों को न्याय नहीं मिल पाया।
उन्होंने कहा कि केंद्र में तानाशाह मोदी सरकार के खिलाफ हमारे किसानों भाइयों,बहनों को ठंडी हवा में बैठे हुए डेढ़ महीने से ज्यादा हो चुके हैं। आंदोलन कर रहे हमारे 65 किसान भाईयों की जान चली गई। लेकिन मोदी सरकार और भाजपा के नेता किसानों के खिलाफ झूठे बयान देकर और झूठे आरोप लगाकर किसानों को मानसिक पीड़ा दे रहे हैं और उनके स्वभिमान को चोट पहुंचा रहे हैं। मोदी सरकार देश के आम लोगों के संवैधानिक अधिकारों को छीन रही है और संविधान की मर्यादा का उल्लंघन करते हुए भारत के लोकतांत्रिक ढ़ाचे पर हमला कर रही है। मोदी सरकार को अंबानी-अडानी के बिचौलिए की तरह काम नहीं करना चाहिए और तुरंत इन काले कानूनों को रद्द करना चाहिए। मान ने कहा कि आम आदमी पार्टी आंदोलन के पहले दिन से ही किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है और आगे भी अपने किसान भाईयों की आवाज सडक़ से लेकर संसद तक बुलंद करती रहेगी।