केंद्र के कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलनरत किसानों को लेकर इनेलो नेता चाचा अभय चौटाला और उनके भतीजे उपमुख्यमंत्री जजपा नेता दुष्यंत चौटाला आमने-सामने हैं। किसानों के समर्थन में रोहतक पहुंचे अभय चौटाला ने किसानों से कहा कि जब भाजपा विधायक आएं तो नंगा कर पोल से बांध देना। वहीं सिरसा में होली के दिन दुष्यंत का उनके घर में घेराव करने वाले किसानों को दुष्यंत ने कार्रवाई की चेतावनी देते हुए कहा, “6 फसलों का एमएसपी दिलाने की जिम्मेदारी मेरी है ऐसे में किसान राजनीतिक सभाओं से बाज आएं”। प्रदर्शन के दौरान हिसा पर उतरने वालों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी देते हुए दुष्यंत ने कहा कि अब किसान सभा नहीं राजनैतिक सभा होने लगी है। ऐसे लोगों को वह फसल खरीद सीजन में सभी छह फसलें न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदवाकर जवाब देंगे।
सोमवार को काफी संख्या में किसान सभा से जुड़े हुए लोग बरनाला रोड स्थित चौटाला के आवास के समक्ष पहुंच गए। प्रदर्शन कर रहे किसानों ने कहा कि एक तरफ आंदोलन में 300 से अधिक किसान शहीद हो चुके हैं, उधर दूसरी तरफ उपमुख्यमंत्री लड्डू बांट रहे हैं। किसान नेता लखविंदर सिंह, हरविंदर सिंह, रणधीर जोधका, गुरप्रीत सिंह और अन्य ने मांग की कि दुष्यंत के घर के आगे लगा टैट हटाया जाए। उन्होंने कहा कि पिछले 4 महीने से किसान धरने पर बैठे हुए हैं और सरकार उनकी सुध नहीं दे रही है।
इधर दुष्यंत चौटाला ने कहा कि कुछ लोग किसान आंदोलन का राजनीतिक लाभ लेना चाहते हैं। सरकार नहीं चाहती कि प्रदेश का माहौल तनावपूर्ण बने, इसलिए बॉर्डर पर बैठे किसानों को प्राथमिकता के आधार पर मदद दी जा रही है। शांतिपूर्वक प्रदर्शन करना सबका अधिकार है, लेकिन अगर कोई तनाव पूर्ण हरकत करता है तो सरकार उसे सख्ती से निपटने का काम करेगी। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि अब यह किसान आंदोलन आंदोलन में रहकर राजनीति का रूप लेने लगा है पिछले 1 महीने के घटनाक्रम पर निगाह डालें तो अब किसान सभा नहीं राजनीतिक सभा होने लगी है। ।
इधर हरियाणा के भाजपा विधायकों को लेकर अभय चौटाला का यह आपत्तिजनक बयान ऐसे समय में आया है जब शनिवार को पंजाब के अबोहर के भाजपा विधायक अरुण नारंग को प्रदर्शनकारी किसानों ने घेर कर निर्वस्त्र किया और मारपीट की। केंद्र के कृषि कानूनों के विरोध में अभय चौटाला ने 11 जनवरी को हरियाणा विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था। अभय ने भाजपा की गठबंधन सरकार से समर्थन वापसी के लिए जजपा नेताओं पर भी सामाजिक तौर पर दबाव बनाया था। इसके जवाब में जजपा ने अभय की खाली हुई सीट एलनाबाद से अभय के खिलाफ अपना उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारने की घोषणा की है। ऐलनाबाद उपचुनाव के बारे में दुष्यंत चौटाला ने कहा कि गठबंधन सरकार उपचुनाव के लिए तैयार है। ऐलनाबाद और कालका दोनों सीटों के लिए प्रत्याशियों की घोषणा बैठक के बाद की जाएगी। पंजाब में भाजपा के विधायक से हुई मारपीट पर दुष्यंत चौटाला ने कहा कि यह पंजाब सरकार की विफलता है।