आखिरकार केन्द्र सरकार ने मंगलवार को नारंगी (ऑरेंज) रंग के पासपोर्ट जारी करने के फैसले को वापस ले लिया। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक अब सबको पहले की तरह ही नीले रंग का पासपोर्ट मिलता रहेगा। साथ ही पासपोर्ट का अंतिम पृष्ठ भी प्रिंट होगा। जिसमें मां, पिता, पति-पत्नी का नाम और पता होता है। इससे पहले 13 जनवरी को विदेश मंत्रालय ने ऑरेंज रंग के पासपोर्ट लाने की घोषणा की थी। जिसके बाद कई राजनीतिक पार्टियों ने इस फैसले का विरोध करते हुए इसे भेदभावपूर्ण बताया था।
बता दें कि पासपोर्ट के आखिरी पृष्ठ पर पासपोर्ट होल्डर के पिता का नाम, माता या पत्नी का नाम, पता, इमिग्रेशन चेक रिक्वायर्ड (ईसीआर) की जानकारी होती है। पासपोर्ट में आखिरी पन्ना नहीं होने से यह तय किया गया कि जो ईसीआर के दायरे में आएंगे, उन्हें नारंगी रंग वाले कवर का पासपोर्ट दिया जाएगा। पासपोर्ट की कुछ श्रेणियों को इमिग्रेशन क्लियरेंस की जरूरत होती है, जिससे पासपोर्ट दो कैटिगरी में बंटा होता है- ईसीआर और ईसीएनआर। ईसीआर का मतलब ‘इमिग्रेशन चेक रिक्वायर्ड’ है। इस वर्ग के पासपोर्ट उनके लिए जारी किए जाते हैं जो 10वीं या हाईस्कूल पास नहीं कर पाए हों। इन्हें इमिग्रेशन ऑफिस से क्लियरेंस सर्टिफिकेट हासिल करना होता है। जबकि नॉन-ईसीआर वर्ग के पासपोर्ट होल्डर्स को क्लियरेंस के लिए इमिग्रेशन ऑफिस नहीं जाना पड़ता।
गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ऑरेंज रंग के अलग पासपोर्ट का विरोध किया था। उन्होंने कहा था कि काम की तलाश में विदेश जाने वाले भारतीय कामगारों के साथ 'दोयम दर्जे' वाले व्यवहार को स्वीकार नहीं किया जा सकता है।
हालांकि सरकार की ओर से कहा गया था कि ऐसी व्यवस्था हो, जहां बच्चों को पासपोर्ट पर माता या पिता का नाम लिखने के लिए बाध्य न किया जाए। सिंगल पैरंट या गोद लिए हुए बच्चों को भी ऐसा न करना पड़े। इसे ध्यान में रखते हुए सरकार इन जानकारियों को पासपोर्ट से हटा रही थी।