एम्स के दवा विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. नवनीत विग ने कोरोना की तीसरी लहर को लेकर बड़ी नसीहत राज्यों और लोगों को दी है। गुरुवार को उन्होंने कहा है कि यदि हम पहले ही लॉक और अनलॉक की नीति को अपनाएंगे और टेस्ट पॉजिटिविटी दर एक फीसदी से कम रखेंगे। 100 प्रतिशत अपने गांव और शहर में वैक्सीनेशन अभियान करेंगे फिर कोविड की तीसरी लहर नहीं आएगी।
देश अभी कोरोना की दूसरी लहर का सामना कर रहा है। धीरे-धीरे इसमें कमी आ रही है। लेकिन, अभी भी हर दिन 50 हजार से अधिक नए संक्रमित मामले और महामारी की वजह से हर रोज हजार से अधिक लोगों की मौत हो रही है। एक-दो दिनों से फिर से कोरोना के नए संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। डेल्टा प्लस वेरिएंट को स्वास्थ्य मंत्रालय ने खतरनाक बताया है। करीब 50 मामले अब तक पाए जा चुके हैं। जबकि मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के रत्नागिरी में इस वेरिएंट से कुल दो लोगों की मौत हो चुकी है।
कोरोना के कम होेते आंकड़ों के साथ फिर से सभी गतिविधियों को चरणबद्ध तरीके से खोला जा रहा है। हालांकि, कुछ राज्यों में अभी भी कई तरह की पाबंदियां लागू है। अब डर इस बात का है कि क्या अनलॉक होने से फिर से कोरोना पैर पसारेगा और कहर बरपाएगा। एक्सपर्ट का ये भी मानना है कि थर्ड वेब बच्चों पर ज्यादा प्रभावित होगा। हालांकि, स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को ये स्पष्ट किया है कि बच्चों में बिना लक्षण के संक्रमण पाए गए हैं।
इन पर तीसरी लहर में भी ज्यादा खतरा नहीं होगा।