हरियाणा की सियासत में बुधवार रात एक और फेरबदल हुआ। एक बार फिर इनेलो और शिअद हरियाणा में एक हो गए हैं। लोकसभा चुनाव से पहले हरियाणा में टूटा यह गठबंधन फिर जुड़ गया है। अब प्रदेश में फिर से दोनों दल मिलकर चुनाव लड़ेंगे।
इस गठबंधन की घोषणा बुधवार रात शिअद के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने की। इस गठबंधन में इस बार शिअद को इनेलो हरियाणा में पांच सीटें देगी। जबकि पिछले विधानसभा चुनाव में इनेलो ने शिअद को सिर्फ दो सीटें ही दी थी।
दरअसल, मई लोकसभा चुनाव से पहले एसवाईएल के मुद्दे पर इनेलो-शिअद का गठबंधन टूट गया था। उसके बाद से दोनों दल नए साथी की तलाश में थे। इनेलो तो बसपा के हाथी पर सवार हो गयी थी। जबकि शिअद भाजपा पर डोरे डाल रही थी। लेकिन अब जब शिअद की भाजपा के साथ दाल नहीं गली तो शिअद ने जजपा से भी नजदीकियां बढ़ानी चाही। लेकिन वहां भी जब कुछ बनता नहीं दिखा तो अंतत: शिअद को फिर से अब इनेलो का ही 'चश्मा' पहनना पड़ रहा है।
उधर, इनेलो का गठबंधन भी बसपा से पहले ही टूट चुका है और इनेलो भी इस विधानसभा चुनाव के लिए नए साथी की तलाश कर रही थी। ऐसे में दोनों दलों के लिए फिर से एक होना ही एकमात्र विकल्प था, जिसे दोनों ने चुना और बुधवार रात अपने एक होने की घोषणा कर दी।
तीन सीटों पर उम्मीदवार घोषित, दो पर आज
इनेलो से गठबंधन होते ही शिअद ने पांच में से 3 सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। रतिया सीट से कुलविंदर सिंह, कालांवाली से राजिंदर देसू और गुलहा-चीहका से रामकुमार शिअद के उम्मीदवार होंगे। जबकि अंबाला सिटी और पेहवा सीट से शिअद गुरुवार को अपने उम्मीदवार की घोषणा करेगी। जबकि कालांवली और रतिया से शिअद उमीदवार गुरुवार को नामांकन दाखिल करेंगे। इस दौरान इनेलो सुप्रीमो एवं हरियाणा के पूर्व सीएम ओपी चौटाला और पंजाब के पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे।
शिअद के प्रवक्ता दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि कमेटी की सिफारिश के बाद हरियाणा में फिर से शिअद ने इनेलो से गठबंधन कर लिया है। इनेलो 85 और शिअद 5 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। दो सीटों की घोषणा गुरुवार को होगी और शिअद मजबूती से चुनाव लड़ेगी।