पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'पाकिस्तान कनेक्शन के बयान को सिरे से खारिज करते हुए गुजरात चुनाव में हार से डर से बौखलाने वाला कदम बताया है। साथ ही उम्मीद जताई है कि प्रधानमंत्री परिपक्वता का परिचय देते हुए पद की गरिमा को बनाए रखने के लिए देश से माफी मांगेगे।
Former Prime Minister Manmohan Singh issues a statement after reports of him attending a meeting where a Pakistan envoy was also present. pic.twitter.com/ngAyC7MW08
— ANI (@ANI) December 11, 2017
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा है कि हार के डर से बौखलाहट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आचरण से मुझे पीड़ा और क्षोभ है। हताश प्रधानमंत्री अपशब्दों का सहारा लेकर अपनी डूबती चुनावी नैया को पार कराने की नाकाम कोशिश कर रहे हैं। दुर्भाग्यपूर्ण है कि मोदीजी पूर्व प्रधानमंत्री और सेना अध्यक्ष समेत सभी संस्थागत पदों को बदनाम करने की कोशिश में गलत परंपरा को बढ़ावा दे रहे हैं।
उन्होंने कहा है कि न तो कांग्रेस और न ही मुझे राष्ट्रभक्ति पर प्रधानमंत्री से ज्ञान की जरूरत है जिनका आतंकवाद से लड़ने का ढुलमुल रिकॉर्ड रहा है। मैं नरेंद्र मोदी को याद दिलाना चाहता हूं कि वह उधमपुर और गुरूदासपुर में आतंकी हमले के बाद बिना बुलाए मेहमान बनकर पाकिस्तान गए थे। क्या वह देश को बताएंगे कि किन कारणों से उन्होंने पाकिस्तान में रचे गए पठानकोट आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान की बदनाम आइएसआइ को सुरक्षा के लिहाज से अहम पठानकोट एयरबेस पर जांच के लिए बुलाया था।
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि पांच दशकों का देश सेवा का मेरा रिकॉर्ड जगजाहिर रहा है। राजनैतिक फायदे के लिए न तो नरेंद्र मोदी और न कोई और इस पर सवाल खड़ा कर सकता है।
उन्होंने मोदी के इस आरोप को गलत बताया कि मणि शंकर अय्यर द्वारा दिए गए रात्रि भोज में गुजरात चुनावों को लेकर कोई चर्चा हुई थी। भोज में मौजूद किसी ने चुनाव पर कोई चर्चा नहीं की। केवल भारत पाक रिश्तों पर बातचीत हुई थी। इस भोज में कुछ नौकरशाह और पत्रकार मौजूद थे। इनमें से किसी पर देशद्रोह का आरोप लगाना गलत होगा।