गणतंत्र दिवस पूर्व संध्या पर घोषित पुरस्कारों में इस साल किसी को भी शांतिकाल के सर्वोच्च वीरता पदक अशोक चक्र देने की घोषणा नहीं की गई है। हालांकि कई सालों यह पहला मौका है जब इतनी बड़ी संख्या में पैरा कमांडोज़ को वीरता पुरस्कारों में जगह मिली है।
भारत ने बीते साल आतंकियों के खिलाफ म्यांमार और पीओके में दो ऑपरेशन किए। सरकार ने 68वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर सर्जिकल स्ट्राइक के डेढ़ दर्जन से ज्यादा नायकों के लिए बहादुरी के तमगों का ऐलान किया है।
इस फेहरिस्त में शांतिकाल का दूसरा सबसे बड़ा वीरता पुरस्कार कीर्ति चक्र मेजर मोहित सूरी को दिया है। मेजर सूरी सेना की 4 पैरा स्पेशल फोर्सेज यूनिट के अधिकारी हैं। महत्वपूर्ण है कि सेना की 4 और 9 पैरा एसएफ यूनिटों ने ही 29 सितंबर 2016 को पीओके में आतंकी ठिकानों के सफाए के लिए हुई सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था।
4 और 9 पैरा के पांच जांबाजों को शांतिकाल का तीसरा सबसे बड़ा बहादुरी पुरस्कार शौर्य चक्र दिया गया है।