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अयोध्या मामला: सुप्रीम कोर्ट में वैद्यनाथन ने कहा- विवादित स्थल पर मिले हैं देवताओं की आकृतियां

राजनीतिक रूप से संवेदनशील अयोध्या जमीन विवाद पर रोजाना हो रही सुनवाई जारी है। सुनवाई का आज सातवां दिन...
अयोध्या मामला: सुप्रीम कोर्ट में वैद्यनाथन ने कहा- विवादित स्थल पर मिले हैं देवताओं की आकृतियां

राजनीतिक रूप से संवेदनशील अयोध्या जमीन विवाद पर रोजाना हो रही सुनवाई जारी है। सुनवाई का आज सातवां दिन है। मामले में पक्षकारों में से एक रामलला विराजमान के वकील सी. एस. वैद्यनाथन फिलहाल अपना पक्ष रख रहे हैं। वकील ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट को बताया कि अयोध्या के विवादित स्थल में स्तंभों पर देवताओं के कई आकृतियां मिली हैं।

बता दें कि पूरा विवाद 2.77 एकड़ की जमीन को लेकर है। सीजेआई रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली 5 सदस्यीय संवैधानिक पीठ इस मामले की सुनवाई कर रही है। इस संवैधानिक पीठ में जस्टिस एस. ए. बोबडे, जस्टिस डी. वाई. चंद्रचूड़, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस एस. ए. नजीर भी शामिल हैं।

वरिष्ठ वकील ने विवादित स्थल का निरीक्षण करने के लिए नियुक्त आयुक्त की रिपोर्ट पढ़ी।

वकील ने सुप्रीम कोर्ट को बताया, “कमिश्नर ने अप्रैल 16, 1950 को विवादित स्थल का निरीक्षण किया था और उनकी रिपोर्ट में भगवान शिव की छवियों के साथ स्तंभों की उपस्थिति का वर्णन किया गया है।”

मस्जिदों में ऐसे चित्र नहीं पाए जाते

वकील ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि संरचना के स्तंभों पर देवताओं के ऐसे चित्र मस्जिदों में नहीं मिलते हैं। बल्कि ये मंदिरों में पाए जाते हैं।

वकील ने अयोध्या में खंभों पर उकेरी गई छवियों के विवरण और साइट की निरीक्षण रिपोर्ट के साथ 1950 से पीठ को डेटिंग के साथ एक नक्शा सौंपा। उन्होंने कहा कि यह दिखाया गया है कि इस साइट में हिंदुओं के लिए धार्मिक पवित्रता है। उन्होंने एक एल्बम भी प्रस्तुत किया जिसमें संरचना के अंदर देवताओं की तस्वीरें थीं, और कहा कि मस्जिदों में ऐसी छवियां नहीं पाई जाती हैं।

बुधवार को क्या हुआ था?

बुधवार को आखिरी सुनवाई में अदालत ने रामलला के वकील से कई सवालों के जवाब मांगे। सुप्रीम कोर्ट ने इस दौरान पूछा कि मंदिर तोड़ने के लिए आदेश बाबर या उसके सेनापति ने ही दिए थे, इसके क्या सबूत हैं? इसके अलावा अदालत की ओर से रामजन्मभूमि का दावा करने वाले सबूतों का भी हवाला मांगा था।

रामलला विराजमान के वकील सीएस. वैद्यनाथन ने अपने तर्कों में पुराण, ऐतिहासिक तथ्यों का हवाला दिया। इस दौरान उन्होंने ये भी कहा कि रामजन्मभूमि और मंदिर के साथ करोड़ों हिंदुओं की आस्था जुड़ी है। वहीं रामलला के वकील ने इस बात को भी अदालत में उठाया कि मुस्लिम पक्ष की ओर से पहले भी ये माना जा चुका है कि रामजन्मभूमि पर मंदिर था।

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