72वें गणतंत्र दिवस के मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गलवान घाटी में चीनी सैनिकों से लोहा लेते हुए शहीद होने वाले कर्नल संतोष बाबू को महावीर चक्र से सम्मानित किया। ये देश का दूसरा सबसे बड़ा वीरता पुरस्कार है। गणतंत्र की पूर्व संध्या इस बात की घोषणा की गई थी। उनके साथ गलवान घाटी में ऑपरेशन स्नो-लैपर्ड के दौरान चीनी सेना के साथ हुई हिंसक झड़प में वीरगति को प्राप्त हुए पांच अन्य सैनिकों को भी वीर चक्र से सम्मानित किया गया।
सेना के मुताबिक, “15 जून को पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में ऑपरेशन स्नो-लैपर्ड के दौरान बिहार 16 रेजीमेंट के कर्नल बिकुमाला संतोष बाबू को कमांडिंग ऑफिसर (सीओ) के तौर पर ऑबर्जेवेशन-पोस्ट स्थापित करने की जिम्मेदारी दी गई थी। चीनी सैनिकों की हिंसक और आक्रामक कारवाई के दौरान संतोष घायल हो गए। गंभीर रूप से घायल होने के बावजूद वो झड़प में अपनी आखिरी सांस तक नेतृत्व करते रहे और शहीद हो गए।“