हाल में संपन्न मानसून सत्र के बाद इस विधेयक के समर्थन के लिए बिहार विधानमंडल के बुलाए गए एक दिवसीय सत्र के दौरान बिहार विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि विधेयक के अध्ययन और विशेषज्ञों की राय लेने पर हमें लगा कि इसका समर्थन किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जीएसटी के काम में बिहार का योगदान शुरू से रहा है। उन्होंने इस विधेयक को अपने आप में महत्वपूर्ण बताते हुए इसके लाभ को रेखांकित किया। नीतीश जो कि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं, ने कहा कि उनकी पार्टी शुरू से ही जीएसटी विधेयक के पक्ष में थी और इस बारे में हाल में ही केंद्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली से मुलाकात के दौरान उन्हें अवगत करा दिया गया था।
भाकपा माले विधायक इस विधेयक का विरोध करते हुए सदन से बहिर्गमन कर गए जबकि प्रदेश में सत्तासीन महागठबंधन (जदयू-राजद-कांग्रेस) और राजग (भाजपा-लोजपा-रालोसपा) ने इसका समर्थन किया। जीएसटी से संबंधित 122 वां संशोधन विधेयक लोकसभा एवं राज्यसभा से पारित होने के बाद बिहार देश का पहला ऐसा गैर राजग शासित प्रदेश है जिसने इसका समर्थन किया है। भाजपा शासित असम राज्य पहला प्रदेश है जिसने इसका समर्थन कर दिया है।
एजेंसी