गुरुवार को नीतीश ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से भी मुलाकात के अलावा कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से भी मिले। सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी से हुई मुलाकात में बिहार में महागठबंधन के अलावा असम में कांग्रेस की रणनीति को लेकर भी चर्चा हुई। बताया जा रहा है कि असम में भी कांग्रेस गठबंधन बनाकर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। संसद भवन में प्रधानमंत्री से मिलने के बाद विशेष पैकेज पर पूछे गए सवाल के जवाब में नीतीश ने कहा कि बिहार सरकार प्रधानमंत्री द्वारा की गई घोषणा का सम्मान करेगी। उन्होने उम्मीद जताई की इसे जल्द ही लागू कर दिया जाएगा।
नेशनल हेराल्ड मुद्दे के मद्देनजर कांग्रेस के विरोध का समर्थन करते हुए बिहार के मुख्यमंत्राी नीतीश ने कहा कि राजनीति में बदले की भावना नहीं होनी चाहिए और विपक्ष को परेशान नहीं किया जाना चाहिए। उन्होने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में जनता के लिए काम करने का जनादेश मिलता है, जनादेश विपक्ष को परेशान करने के लिए नहीं है। संसद में चल रहे गतिरोध के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि संसद को चलाने की प्राथमिक जिम्मेदारी सरकार की है। जीएसटी के मुद्दे का समर्थन करते हुए नीतीश ने कहा कि इससे राज्यों को फायदा होगा।