भोपाल से उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा द्वारा महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताए जाने पर घिरी भाजपा को अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी नसीहत दी है। नीतीश कुमार ने कहा कि साध्वी प्रज्ञा के ऐसे बयान के लिए उन्हें पार्टी से बाहर करने पर विचार करना चाहिए।
पटना में मतदान करने के बाद नीतीश कुमार ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि गांधी जी को लेकर इस तरह के बयानों को कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि यह भाजपा का अंदरुनी मामला है, लेकिन इस तरह के बयान के लिए उन्हें पार्टी से निकालने पर विचार करना चाहिए।
7 चरणों में हुए चुनाव पर भी सवाल उठाए
लोकसभा चुनाव की अवधि को लेकर नीतीश ने कहा कि इतने लंबे वक्त इलेक्शन नहीं होने चाहिए। उन्होंने कहा कि लंबे चरणों में चुनाव नहीं होने चाहिए। उन्होंने कहा कि आखिर 45 से 50 दिन तक चुनाव क्यों होने चाहिए? चुनाव के शांतिपूर्ण ढंग से निपटने को लेकर कहा कि अब तो शांति का ही दौर है, अशांति का दौर तो हमारे आने से पहले 15 साल तक था। नीतीश कुमार ने कहा कि मतदान के चरणों के बीच इतना लंबा अंतराल नहीं होना चाहिए। मैं सभी दलों के नेताओं को पत्र लिखकर इस बात पर आम सहमति बनाने का प्रयास करूंगा कि चुनाव कम वक्त में होने चाहिए।
गर्मी के कारण से लोगों की भागीदारी कम होती है
नीतीश ने कहा कि अप्रैल-मई में गर्मी होने के कारण चुनाव प्रक्रिया में लोगों की भागीदारी कम हो जाती है। चुनाव एक चरण का ही बेहतर होता है, लेकिन देश बड़ा है कि इसलिए दो या तीन चरणों में चुनाव कराए जा सकते हैं।
बिहार में सातों चरण में वोटिंग
बिहार में सात चरणों में वोटिंग हो रही है। सातवें चरण में रविवार 8 सीटों पर मतदान जारी है जबकि 32 सीटों पर वोटिंग हो चुकी है। बिहार में सातवें चरण में नालंदा, पटना साहिब, पाटलीपुत्र, आरा, बक्सर, सासाराम, काराकाट, जहानाबाद में मतदान हो रहा है। इस चरण में शत्रुघ्न सिन्हा, रविशंकर प्रसाद, अश्विनी कुमार चौबे, मीरा कुमार, रामकृपाल यादव, आरके सिंह, उपेंद्र कुशवाहा और मीसा भारती समेत कई कद्दावर नेताओं के भाग्य का फैसला होना है।