दिल्ली-उत्तर प्रदेश बॉर्डर पर गाजीपुर में बुधवार को भाजपा कार्यकर्ता और कृषि कानून के खिलाफ महीनों से प्रदर्शन कर रहे किसानों के बीच झड़प हो गई है। चश्मदीदों के मुताबिक हंगामा उस समय हुआ जब भाजपा कार्यकर्ता फ्लाईवे पर जुलूस निकाल रहे थे, जहां मुख्य रूप से भारतीय किसान संघ के समर्थक किसानों ने केंद्र द्वारा लाए गए नए कृषि कानूनों के खिलाफ नवंबर 2020 से डेरा डाले हुए हैं।
पीटीआई के मुताबिक दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर दोपहर करीब 12 बजे जैसे ही दोनों पक्ष एक-दूसरे के पास आए। दोनों गुटों के बीच हाथापाई हो गई और लाठियां चलाए गए। इसमें कुछ लोग घायल भी हो गए हैं।
दरअसल, भाजपा कार्यकर्ता नवनियुक्त प्रदेश मंत्री अमित वाल्मीकि का स्वागत करने वहां पहुंचे थे लेकिन उसी दौरान बवाल शुरू हो गया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने किसानों पर तोड़फोड़, हंगामे और पथराव का आरोप लगाया है। वहीं, किसान नेता राकेश टिकैत ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर किसानों के मंच पर कब्जा करने का आरोप लगाया है।
सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो और तस्वीरें में कथित तौर पर कुछ क्षतिग्रस्त वाहनों को दिखाया जा रहा है जो भाजपा के नेता अमित वाल्मीकि के काफिले का बताया जा रहा है, जिनके स्वागत के लिए जुलूस निकाला जा रहा था। हालांकि, किसान नेताओं ने आरोप लगाया है कि ये कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन को दबाने और इसे बदनाम करने की एक और "सरकार की साजिश" है। पीटीआई के मुताबिक संयुक्त किसान मोर्चा के प्रवक्ता जगतार सिंह बाजवा ने दावा किया है कि गाजीपुर सीमा पर किसानों ने जिला प्रशासन और सरकारी अधिकारियों को पार्टी कार्यकर्ताओं को हटाने की सूचना दी थी क्योंकि वे स्वागत रैली के नाम पर हंगामा कर रहे थे।