नाराज न्यूज का दावा है कि उसने इंपेक्स कंसलटेंसी नामक एक फर्जी कंपनी बनाई थी। उसके प्रतिनिधि के रूप में रिपोर्टरों ने तृणमूल के बड़े नेताओं से संपर्क किया। कंपनी के लिए काम मांगे। वीडियो में जिन नेताओं को धन लेते दिखाया गया है, वे हैं- मंत्री सुब्रत मुखर्जी, सांसद सुल्तान अहमद, सौगत राय, शुभेन्दु अधिकारी, काकोली घोषदस्तिदार, प्रसून बनर्जी, शोभन चटर्जी, मदन मित्र और इकबाल अहमद। इनमें से हरेक को चार से पांच लाख रुपए दिए गए। मुकुल राय को 20 लाख रुपए मांगते दिखाया गया है। मुकुल राय अपने घनिष्ठ आईपीएस अफसर एसएमएच मिर्जा को रकम पहुंचाने को कह रहे हैं। मंत्री बॉबी हाकिम भी पांच लाख रुपए अपने एक घनिष्ठ को देने को कह रहे हैं। ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक के करीबी करण शर्मा और सुजीत कृष्णा के साथ बैठक दिखाई गई है।
तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता डेरेक ओ ब्रायन ने वीडियो को फर्जी बताया है और कहा है कि यह तृणमूल की छवि खराब करने की कोशिश है। उन्होंने बताया कि तृणमूल कांग्रेस नारद न्यूज के खिलाफ मानहानि का मामला दर्ज कराएगा। उधर, माकपा के सचिव सूर्यकांत मिश्र ने कहा, स्टिंग ऑपरेशन में दो दिख रहा है, वह भयानक है। तृणमूल के नेताओं ने हजारों करोड़ लूटे हैं। इस सीडी कांड की पुख्ता जांच होनी चाहिए। प्रदेश कांग्रेस के नेता प्रदीप भट्टाचार्य ने कहा, सीडी के सामने आने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पद पर बने रहने का नैतिक अधिकार नहीं है। कांग्रेस इस मामले में चुनाव आयोग जाने की तैयारी कर रही है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष और केन्द्रीय नेता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कांग्रेस और तृणमूल- दोनों पर ही हमला किया। कहा, कांग्रेस के मुखौटा उतरने में 50 साल लगे। तृणमूल कांग्रेस का असली चेहरा पांच साल में ही सामने आ गया। उन्होंने भी मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की है।