दिल्ली, मुंबई, बेंग्लुरू, हैदराबाद, कोलकाता, चेन्नई और अहमदाबाद जैसे प्रमुख हवाई अड्डों पर सीआईएसएफ और स्थानीय पुलिस ने सुरक्षा इंतजाम को चाक-चौबंद कर दिया है। सेकेंडरी लैडर पॉइंट चेक (एसलीपीएस) के जरिये विमान में दाखिल होने से पहले यात्रियों की विस्तृत तलाशी ली जा रही है। क्षेत्र में तैनात निगरानी और गश्ती दलों से अतिरिक्त चौकसी बरतने को कहा गया है ताकि कोई भी यात्री बिना तलाशी के टर्मिनल क्षेत्र में दाखिल न हो सके। हवाई अड्डा सुरक्षा में तैनात एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, जब सुरक्षा के ऐसे अभियान होते हैं तो और लोगों को तैनात किया जाता है। निश्चित रूप से संवेदनशील प्रतिष्ठानों में सुरक्षा कर्मचारी अधिक तैनात हैं और केंद्रीय खुफिया एजेंसी द्वारा जिस स्तर के खतरे का संकेत दिया जाएगा उसी के आधार पर ही इसमें बदलाव किए जाएंगे। मंगलवार को ब्रसेल्स में हवाई अड्डे और मेट्रो स्टेशन पर हुए घातक हमलों के मद्देनजर चौकसी बढ़ाई गई है। हमले में 31 लोग मारे गए थे और 300 लोग घायल हो गए थे।
एयरलाइनों, सीआईएसएफ के विशेष दलों और हवाई अड्डा सुरक्षा इकाईयों को सेकेंडरी लैडर पॉइंट चेक के जरिये विमान में दाखिल होने से पहले यात्रियों की विस्तृत तलाशी लेने के लिए कहा गया है। अधिकारी ने कहा, मौजूदा सुरक्षा स्थिति को ध्यान में रखते हुए और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के आकलन के मद्देनजर यह निर्देश जारी किए गए हैं। उन्होंने बताया कि इन हवाई अड्डों के आसपास चौकसी बढ़ाने के लिए विभिन्न स्थानों पर केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के कमांडो के सशस्त्र क्विक रिएक्शन टीमों और स्थानीय पुलिस को तैनात किया गया है। इन हवाई अड्डों पर विशेष दस्तों, बम निरोधक दस्तों और खोजी कुत्तों के दस्तों को तैयार रहने के लिए कहा गया है। इन स्थानों पर किसी भी संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए सादे कपड़ों में सुरक्षा कर्मचारियों की तैनाती में तेजी लाई जा रही है। अधिकारी ने बताया कि सभी संवेदनशील और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों पर ब्रसेल्स हमले और होली के त्यौहार के मद्देनजर सामान्य अलर्ट जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि दिल्ली मेट्रो में भी सुरक्षा के ऐसे ही उपाय किए गए हैं। विशेषकर सप्ताहांत पर सुरक्षा कर्मियों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है।