उत्तर प्रदेश के बुलन्दशहर हिंसा के दौरान हुई इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी प्रशांत नट को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस पूछताछ में प्रशांत नट ने हत्या की बात कबूल कर लिया है। पुलिस का दावा है कि चिंगरावठी निवासी प्रशांत नट ने इंस्पेक्टर की गोली मारकर हत्या की थी। जबकि आत्मरक्षा में चलाई गई इंस्पेक्टर की गोली से सुमित की मौत हुई थी। इधर मामले में गठित की गई एसआईटी की रिपोर्ट अभी नहीं आई है और न ही बजरंग दल का जिला संयोजक योगेश राज को पुलिस गिरफ्तार कर पाई है।
तीन दिसंबर को बुलंदशहर जिले के स्याना थाना क्षेत्र में घटी हिंसा में इंस्पेक्टर और एक अन्य युवक की मौत हो गई थी। मामले में 27 नामजद और 50-60 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। साथ ही आईजी मेरठ की अध्यक्षता में एसआईटी का गठन किया गया था। पुलिस ने वायरल वीडियो के आधार पर तमाम आरोपियों की पहचान करते हुए गिरफ्तारी की थी, लेकिन ये स्पष्ट नहीं हो पाया था कि इंस्पेक्टर को गोली कैसे लगी और किसने मारी।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) बुलन्दशहर प्रभाकर चौधरी ने बृहस्पतिवार को नट की गिरफ्तारी की पुष्टि की। उन्होंने यह भी बताया कि नट ने ही सिंह की हत्या की थी और उससे इस मामले में पूछताछ की जा रही है। चौधरी ने यह भी बताया कि इंस्पेक्टर ने आत्मरक्षा में गोली चलाई थी, जिसमें सुमित नाम के युवक की मौत हो गई थी। मामले में एसएसपी बुलंदशहर का कहना है कि हिंसा के दौरान भीड़ ने इंस्पेक्टर को अधमरा कर दिया था, जिस पर इंस्पेक्टर ने गोली चलाई तो सुमित को लग गई। इसके बाद पीछे से चार-पांच लोगों ने इंस्पेक्टर को पकड़ लिया और प्रशांत नट ने गोली मार दी। हिंसा मामले में नामजद और अज्ञात मिलाकर कुल 29 लोगों की गिरफ्तारी की गई है। तीन-चार दिन में योगेश राज की भी गिरफ्तारी हो जाएगी। उसे भगौड़ा घोषित कर दिया गया है। साथ ही कुर्की का नोटिस भी चस्पा किया गया है।
गोली चलाने की बात कबूली
बुलंदशहर शहर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) अतुल कुमार श्रीवास्तव ने कहा, "पूछताछ के दौरान, उसने हिंसा में शामिल होने की बात कबूल कर ली है और उसने यह भी माना है कि उसने गोली चलाई थी। एएसपी ने कहा, "हम उससे आगे के अन्य विवरणों के बारे में भी पूछताछ कर रहे हैं और जांच के दौरान अन्य जानकारियों के सामने आने की उम्मीद कर रहे हैं। उस जानकारी के आधार पर हम मामले की जांच आगे बढ़ाएंगे।"
जॉनी की तलाश जारी
पुलिस सूत्रों के मुताबिक जॉनी नाम के शख्स ने इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की रिवॉल्वर चुराई थी, वहीं, प्रशांत नट ने उन्हें गोली मारी थी। जॉनी की तलाश जारी है। पुलिस को हाथ लगे दो वीडियो में ये दोनों शख्स साथ दिख रहे हैं। पुलिस ने जॉनी और प्रशांत नट दोनों को सुबोध की मौत में मुख्य आरोपी बनाया है। दोनों बुलंदशहर के रहने वाले हैं।
एसआईटी रिपोर्ट आने में लग सकता है समय
बुलंदशहर हिंसा मामले में एसआईटी रिपोर्ट आने में समय लग सकता है। इसकी मूल वजह है कि टीम फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। आला अधिकारियों का कहना है कि जांच निष्पक्ष की जा रही है। इसलिए वक्त लग रहा है।
क्या है पूरा मामला?
गौरतलब है कि बुलंदशहर में भीड़ के हमले में इंस्पेक्टर सुबोध के अलावा एक अन्य युवक की मौत हो गई थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार 'वीडियो फुटेज’ और कुछ लोगों की गवाही के आधार पर इंस्पेक्टर की हत्या में नट को संदिग्ध पाया गया। गत तीन दिसंबर को हुई इस घटना के सिलसिले में बुलन्दशहर पुलिस ने अब तक 22 लोगों को गिरफ्तार किया है और छह से अधिक लोगों ने अदालत में आत्मसमर्पण किया है। उल्लेखनीय है कि पहले सेना के जवान जीतू फौजी पर संदेह था, लेकिन उसके खिलाफ सबूत नहीं मिले।