मुस्लिम महिलाओं को नीचा दिखाने के मकसद से 'बुली बाई ऐप' को लेकर चल रहे विवाद के बीच केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि यह भारत को बदनाम करने की साजिश है और इसे कभी सफल नहीं होने दिया जाएगा।
मंत्री ने कहा कि सरकार इस मुद्दे पर सख्त कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को इस तरह निशाना बनाना अस्वीकार्य है। नकवी ने कहा, "यह देश की मिली-जुली संस्कृति के खिलाफ एक साइबर साम्प्रदायिक साजिश है और यह सफल नहीं होगी। इसके पीछे अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। उनकी सांप्रदायिक साजिश का जल्द से जल्द पर्दाफाश किया जाएगा।"
उन्होंने दावा किया कि भारत को बदनाम करने की इस साजिश के पीछे नापाक मंसूबों वाले कुछ लोग हैं लेकिन उन्हें कभी सफल नहीं होने दिया जाएगा।
इससे पहले केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा था, "गिटहब ने आज सुबह ही उपयोगकर्ता को अवरुद्ध करने की पुष्टि की। सीईआरटी और पुलिस अधिकारी आगे की कार्रवाई का समन्वय कर रहे हैं।"
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक विशेष समुदाय की महिलाओं को लक्षित करने वाले बुली बाई ऐप पर निष्क्रियता को लेकर सरकार की खिंचाई की और कहा कि यह नफरत के खिलाफ बोलने का समय है और इसमें कोई डर नहीं होना चाहिए।
दिल्ली पुलिस ने सोमवार को सोशल मीडिया दिग्गज ट्विटर से उस अकाउंट के बारे में जानकारी मांगी, जिसने पहले 'बुली बाई' ऐप के बारे में ट्वीट किया और आपत्तिजनक सामग्री को हटाने के लिए कहा।
एक अन्य घटनाक्रम में, एक 21 वर्षीय इंजीनियरिंग छात्र को "बुली बाई" विवाद के सिलसिले में मुंबई पुलिस की एक टीम द्वारा छापेमारी में बेंगलुरु में पकड़ा गया। छात्र को मुंबई लाया जा रहा है, लेकिन पुलिस ने अधिक जानकारी नहीं दी। सोशल मीडिया पर अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं के उत्पीड़न और अपमान की एक चौंकाने वाली घटना तब सामने आई जब दिल्ली की एक महिला पत्रकार ने दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि उन्हें कुछ अज्ञात लोगों के समूह द्वारा
गिटहब प्लेटफॉर्म पर 'बुल्ली बाई'' नामक मोबाइल एप्लिकेशन पर निशाना बनाया जा रहा है।