सीबीआई ने उत्तर प्रदेश के हापुड़ की सिंभावली शुगर कंपनी के खिलाफ 97 करोड़ के लोन नहीं चुकाने के आरोप में मामला दर्ज किया। ऑरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (ओबीसी) ने इसकी शिकायत केन्द्रीय जांच एजेंसी से की थी। सीबीआई ने रविवार को कार्रवाई करते हुए शुगर कंपनी के दिल्ली, हापुड़, नोएडा समेत 8 ठिकानों पर छापेमारी भी की।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सीबीआई की एफआईआर में सिंभावली शुगर मिल- हापुड़, गुरमीत सिंह मान- चेयरमैन एंड मैनेजिंग डायरेक्टर, गुरपाल सिंह- डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर, जीएससी- सीईओ, संजय टपरिया- सीएफओ, गुरसिमरन कौर मान- एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, कमर्शियल, 5 नॉन एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है। सीबीआई की एफआईआर में कंपनी के डिप्टी डायरेक्टर और पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के दामाद गुरपाल सिंह का नाम भी है।
Punjab CM Captain Amarinder Singh's son-in-law among 13 booked for bank fraud case against Simbhaoli Sugars Ltd. The bank had complained to the CBI on November 17, 2017 but the agency registered the case only on February 22 this year.
— ANI (@ANI) February 26, 2018
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, बैंक ने 17 नवंबर 2017 को शिकायत दर्ज की थी। इसके मुताबिक बैंक ने कंपनी को 2011 में 148.60 करोड़ का कर्ज दिया था। यह लोन रिजर्व बैंक की एक योजना के अंतर्गत दिया गया था। जिसमें 5762 गन्ने के किसानों को वित्तीय मदद दी जानी थी। इस कर्ज की राशि को बैंक ने अपने निजी इस्तेमाल के लिए गलत ढंग से स्थानातंरित कर लिया।
इस लोन खाते को बैंक ने आरबीआई के सामने 13 मई 2015 को फ्रॉड खाते के तौर पर दर्ज कर दिया था। इसके बाद बैंक ने 28 जनवरी 2015 को 110 करोड़ रुपये का एक और कॉर्पोरेट लोन कंपनी को दिया, जो पिछले 97.85 करोड़ रुपये के लोन को चुकाने के लिए दिया गया था। 30 जून 2016 को बैंक की ओर से कंपनी पर कुल 112.94 करोड़ रुपये की देनदारी दिखाई गई थी। कंपनी को दिया गया 110 करोड़ रुपये का लोन भी 29 नवंबर 2016 को एनपीए बन गया। इस तरह 110 करोड़ और 97.85 करोड़ के दोनो लोन कंपनी पर डिफॉल्ट हैं।
बता दें कि पिछले दिनों पीएनबी में 11,356 करोड़ के घोटाले का खुलासा हुआ है, जिसमें जांच एजेंसियों द्वारा हीरा कारोबारी नीरव मोदी और गीतांजलि जेम्स के मालिक मेहुल चोकसी और अन्य के खिलाफ कार्रवाई कर रही हैं।