सीबीआई ने एक व्यापारी के अपहरण और उसपर हुए हमले के एक मामले में बुधवार को समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद अतीक अहमद और अन्य लोगों के इलाहाबाद और लखनऊ स्थित परिसरों पर छापे मारे। रेड शुरू होने के बाद उनके घर के बाहर पुलिस और आरएएफ की टीमें तैनात कर दी गई हैं।
अधिकारियों ने बताया कि उत्तर प्रदेश के दो शहरों में छह जगहों पर तलाशी की जा रही है। उन्होंने बताया कि इससे संबंधित जानकारी बाद में दी जाएगी।
समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद अतीक अहमद के वकील के अनुसार, “सुबह 7:30 बजे, सुरक्षा बल की टुकड़ी उनके घर पर पहुंची, साथ में सीबीआई की एक टीम भी मौजूद है। घर को सील कर दिया गया है, बाहर से किसी को भी अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है। हमारे पास अभी इस बारे में और कोई जानकारी नहीं है।”
दरअसल, देवरिया जेल में बिजनेसमैन की पिटाई के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को जांच करने का आदेश जारी किया था। इसके बाद सीबीआई ने अतीक के खिलाफ यह कार्रवाई की है। फिलहाल अतीक अहमद गुजरात के अहमदाबाद जेल में बंद है।
क्या है मामला?
सीबीआई ने अतीक अहमद और अन्य के खिलाफ एक बिजनेसमैन के अपहरण और उनके साथ मारपीट करने का मामला दर्ज किया था और अहमद और उसके साथियों पर अपहरण, जबरन वसूली, आपराधिक धमकी, आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी, जालसाजी और डकैती की धाराओं के तहत आरोप लगाए थे। पिछले महीने बदमाशों और जेल प्रशासन के बीच साठगांठ का पता लगाने के लिए सीबीआई ने देवरिया जेल के कई अधिकारियों से बिजनेसमैन के अपहरण और पिटाई के मामले में पूछताछ की थी। आपराधिक छवि वाले समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद अतीक अहमद और 15 अन्य के खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद सीबीआई की यह कार्रवाई सामने आई।
कौन है अतीक अहमद?
अतीक अहमद 2004 से 2009 तक उत्तर प्रदेश के फूलपुर से 14वीं लोकसभा में समाजवादी पार्टी (सपा) का सांसद था। वह पांच बार विधायक रहा और 11 फरवरी, 2017 से जेल में है। सीबीआई ने 23 अप्रैल, 2019 के सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मामला दर्ज किया है।