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कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार और उनके भाई के घर सीबीआई का छापा, केंद्र पर बदले की राजनीति करने का आरोप

कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार के घर पर सीबीआई छापेमारी कर रही है। उनके भाई डीके सुरेश के...
कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार और उनके भाई के घर सीबीआई का छापा, केंद्र पर बदले की राजनीति करने का आरोप

कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार के घर पर सीबीआई छापेमारी कर रही है। उनके भाई डीके सुरेश के घर पर भी सीबीआई का छापा पड़ा है। इस दौरान केंद्रीय जांच ब्यूरो ने डीके शिवकुमार और उनके भाई सांसद डीके सुरेश के परिसरों में 50 लाख रुपए की नकदी जब्त की है। इसे लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर बदले की राजनीति करने का आरोप लगाया है।

अधिकारियों ने कहा कि केंद्रीय एजेंसी के कम से कम 60 अधिकारियों द्वारा 15 स्थानों पर छापे मारे जा रहे हैं। गौरतलब है कि शिवकुमार को अपनी पार्टी की संकटमोचक भी कहा जाता है। 

जानकारी के अनुसार सीबीआई द्वारा छापेमारी सुबह 6 बजे कनकपुरा निर्वाचन क्षेत्र के डोड्डल्लाहल्ली गांव में स्थित उनके निवास पर शुरू हुई, जिसका प्रतिनिधित्व राज्य विधानसभा में शिवकुमार करते हैं। वहीं डीके सुरेश बेंगलुरु ग्रामीण से सांसद हैं। जिन आवासों पर छापे मारे जा रहे हैं, उनमें से एक शिवकुमार के करीबी माने जाने वाले इकबाल हुसैन का है।

 

इस कार्रवाई को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर बदले की राजनीति करने का आरोप लगाया है। लगा रही है। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर लिखा कि मोदी-येदियुरप्पा की जोड़ी का अपनी कठपुतली सीबीआई के द्वारा डराने धमकाने का काम नहीं चलेगा। सीबीआई को इस वक्त येदियुरप्पा सरकार के भ्रष्टाचार की जांच करनी चाहिए। मोदी सरकार के इन हथकंडों के आगे कांग्रेस कार्यकर्ता नहीं झुकेंगे, ऐसे एक्शन से हम मजबूत ही होंगे।

 

वहीं, कांग्रेस नेता प्रियांक खड़गे ने ट्वीट कर लिखा कि सीबीआई के द्वारा की गई छापेमारी फिर बड़े सवाल खड़े करती है। यहां की सरकार खुद ही भ्रष्टाचार के मामले में फंस रही है और चुनाव बिल्कुल नज़दीक है।

बता दें कि इसके पहले पिछले साल ईडी ने डीके शिवकुमार को मनी लॉन्ड्रिंग के केस में तीन सितंबर 2019 को ईडी ने गिरफ्तार किया था। वह न्यायिक हिरासत के तहत तिहाड़ जेल में बंद थे। पिछले साल अक्टूबर में शिवकुमार को दिल्ली हाई कोर्ट ने 25 लाख रुपये के निजी मुचलके पर जमानत पर रिहा किया था।

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