देश में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 3,60,960 नए मामले आने के बाद कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या 1,79,97,267 हो गई है। एक ओर संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है और दूसरी ओर अगले एक महीने तक मामले कम होने के आसार नहीं हैं। हिन्दुस्तान की खबर के अनुसार केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को निर्देश जारी कर कहा है कि वह कोरोना मरीजों के उपचार की मौजूदा जरूरतों की पूर्ति करने के साथ अगले एक महीने की स्थिति का अंदाजा लगाकर आवश्यक संसाधनों की पूरी तैयारी रखें। आने वाली स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से राज्यों को गाइडलाइन जारी की गई है। जिसमें आवश्यक रूप से कहा गया है कि जिस भी इलाके या जिले में संक्रमण दर 10 फीसदी से ज्यादा है, वहां कोरोना संक्रमण से रोकथाम के लिए जरूरी कदम उठाए जाएं। इसी एडवाइजरी में राज्यों से कहा गया है कि वे मौजूदा मरीजों को बेहतर उपचार के लिए आवश्यक प्रबंध करें। इसके साथ ही आने वाले एक महीने की स्थिति का अंदाजा लगा कर उसके अनुसार उपचार ढ़ांचा तैयार करें। इसके अंतर्गत ऑक्सीजन युक्त बेड, आईसीयू बेड, एम्बुलेंस, अस्पताल आदि शामिल हैं। इसके साथ ही गाईडलाइन में सभी राज्यों को क्वॉरंटाइन सुविधा विकसित करने को कहा गया है।
गाइडलाइन के अनुसार सभी राज्यों अपने यहां उपलब्ध सभी किस्म की स्वास्थ्य सुविधाओं का इस्तेमाल सुनिश्चित करें। इसमें सरकारी अस्पतालों के साथ निजी अस्पतालों, सार्वजनिक कंपनियों के अस्पतालों, रेलवे आदि की सुविधाओं का भी उपयोग सुनिश्चित करना आवश्यक है। जरूरत के अनुसार अस्थायी अस्पताल भी स्थापित करें।
राज्यों को कहा गया है कि वह कोरोना व्यवहार का पालन सुनिश्चित करने के लिए सख्त कदम उठाएं। बुखार के लक्षणों वाले सभी मरीजों की कोरोना जांच सुनिश्चित करें जिससे संदिग्ध मरीज न छुट पाएं। आवश्यकता के अनुसार छोटे या बड़े कंटेनमेंट जोन बनाएं और संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए कम से कम 14 दिन के लिए प्रतिबंध लागू रखें।
मंत्रालय ने कहा है कि ऐसी महामारी के दौरान कोई भी डरे ना। कई लोग डर के कारण अस्पतालों में बेड पर हैं। यह ठीक नहीं है। कृपया डॉक्टरों की सलाह के बाद भी अस्पताल में भर्ती हों जिससे बेड गंभीर रोगियों को मिल सके। इसी तरह रेमडेसिविर इंजेक्शन को लेकर भी सरकार ने फिर से लोगों को आगाह किया है।