नागरिका संशोधन विधेयक (सीएबी) के विरोध में सबसे हिंसक प्रदर्शन गुवाहाटी में हो रहे हैं। वहां हिंसा पर नियंत्रण पाने के लिए अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया है। त्रिपुरा में सेना को बुलाया गया है जबकि असम में सेना को तैयार रहने को कहा गया है। अधिकारियों ने बताया कि सीएबी को लेकर सबसे ज्यादा प्रदर्शन और हिंसा पूर्वोत्तर के इन्हीं दो राज्यों में हो रही है।
असम और त्रिपुरा में इंटरनेट बंद
असम के दस जिलों में आज शाम सात बजे से इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई है ताकि हिंसा के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्म का इस्तेमाल रोका जा सके। त्रिपुरा में इंटरनेट सेवाएं मंगलवार को दोपहर दो बजे से ही बंद कर दी गई थीं। ये सेवाएं 72 घंटों के लिए बंद हैं। त्रिपुरा में एसएमएस सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं।
स्थिति पर नियंत्रण के लिए 5000 और जवान
नागरिकता संशोधन विधेयक (सीएबी) को लेकर पूर्वोत्तर राज्यों में विरोध जारी है। खासतौर पर असम में प्रदर्शन तेज होता जा रहा है। इस बीच वहां स्थिति नियंत्रण में करने के लिए 5000 अतिरिक्त जवान भेजे गए हैं। जम्मू-कश्मीर में तैनात किए गए अर्धसैनिक बलों के जवानों को वापस बुलाना शुरू कर दिया है।
केंद्र ने बुधवार को असम सहित पूर्वोत्तर राज्यों में 5,000 अर्धसैनिक बल के जवानों को एयरलिफ्ट किया गया। जबकि लगभग 20 कंपनियों (2,000 कर्मियों) को कश्मीर से वापस बुला लिया गया है। अधिकारियों ने कहा कि शेष 30 कंपनियों को अन्य स्थानों से हटाकर पूर्वोत्तर राज्यों में ले जाया गया। ये सैनिक केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के हैं।
सुरक्षा बलों को आसानी से असम पहुंचाने के लिए स्पेशल ट्रेन भी चलाई गई है। दिमापुर में स्पेशल ट्रेन के आने पर एक अधिकारी ने बताया, 'केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मणिपुर में ऑपरेशन के लिए भेजी जा रही सीआरपीएफ की सात कंपनियों के इंडक्शन ऑर्डर को कैंसल कर दिया है। इन्हें केंद्र सरकार असम भेजने वाली है।'
नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर असम के कई हिस्सों में प्रदर्शन उग्र होता जा रहा है। सूत्रों के अनुसार, डिब्रूगढ़ में स्थिति बिगड़ने की आशंका के चलते सेना बुला ली गई है। असम के लोग शुरुआत से ही इस बिल का जबरदस्त विरोध कर रहे हैं। इसी को देखते हुए कई ट्रेनों को या तो रद्द कर दिया गया है, या फिर उनके रास्ते बदल दिए गए हैं। कई ट्रेनों के टाइम-टेबल में भी बदलाव किया गया है।