छत्तीसगढ़ में 18 से 44 आयुवर्ग के टीकाकरण की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए शुरू किए गए पोर्टल ने लोगों की परेशानियां बढ़ा दी है। दरअसल यहां लॉन्च किए गए सीजी टीका पोर्टल (CG TEEKA) में कई खामियों की शिकायतें मिल रही हैं। रजिस्ट्रेशन से लेकर अप्वॉइंटमेंट तक इसमें कई दिक्कते आ रही हैं।
शुरुआत में नगर पालिका, नगर निगम, ग्रामीण अथवा शहरी डेटा सबंधी दिक्कतें थी जिसे अब सुधार ली गई हैं। लेकिन ऐप क्रैश होने से लेकर टाइम स्लॉट न पता चल पाने की परेशानियां लगातार सामने आ रही हैं।
ऐप पर पहली परेशानी रजिस्ट्रेशन की है, एप क्रैश हो रहा है जिससे रजिस्ट्रेशन में दिक्कत आ रही है, और किसी भी प्रकार से यदि रजिस्ट्रेशन हो जाए तो वैक्सीन का स्लॉट नहीं मिल रहा है, ऐसे में लोगों को मजबूरन वैक्सिनेशन सेंटर में घंटों खड़े होकर लौटना पड़ रहा है।
कई जगहों पर वैक्सिनेशन सेंटर होने के बावजूद भी इसमें प्रदर्शित नहीं हो रहा। बिलासपुर जिले के तखतपुर नगर पालिका में ऐप के अनुसार , 'कोई केंद्र उपलब्ध नहीं है।' जबकि सच्चाई यह है कि यहां एपीएल और बीपीएल दोनों के लिए यहां केंद्र है। ऐसे में ऐप के जरिए रजिस्ट्रेशन तो हो जा रहा है मगर अप्वॉइंटमेंट फिक्स नहीं हो पा रहा है। लिहाजा लोगों को लम्बी कतारों में खड़े रहना पड़ रहा है।
इसी तरह सीजी टीका एप पर पंजीयन कराने के बाद और अपाइंटमेंट मिलने के बाद भी कोटा में टीका केंद्र से लोगों को लौटने के लिए कह दिया गया। इसकी वजह से यहां हंगामा मच गया। जानकारी के अनुसार एक दिन पहले जिन लोगों का अपाइंटमेंट हुआ था उनको टोकन देकर वैक्सीन लगाई जा रही थी। इसकी वजह से यहां कुछ युवाओं ने जमकर हंगामा मचाया। घंटों लाइन पर लगने के बाद भी टीका नहीं लगने से लोगों में भारी गुस्सा देखने को मिला।
वहीं बुधवार को साढ़े आठ घंटे पोर्टल बंद रहने की वजह से कोरोना टीकाकरण कार्यक्रम बुरी तरह प्रभावित रहा। दुर्ग जिले के कई वैक्सीनेशन सेंटर में बुधवार को सुबह 7 बजे के बाद से रजिस्ट्रेशन होना बंद हो गया। इस पोर्टल में पंजीयन करवाने की कोशिश करने वालों ने देखा कि लिखा हुआ आ रहा है शेड्यूलिंग क्लोस्ड फॉर सम टाईम। इसके आगे बढ़ नहीं रहा। जिसके कारण लोग सुबह से सेंटर्स में पहुंचे जरूर, लेकिन निराश होकर घर लौटे। दोपहर बाद फिर पोर्टल खुला, तब केंद्रों में हितग्राही लौटे और टीका लगवाए।
इन खामियों पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का कहना है कि जल्दबाजी में ऐप लॉन्च किया गया था इसलिए ये दिक्कतें हैं। उन्होंने सीजी टिका ऐप को अभी बच्चा बताया है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ऐप अभी बच्चा है। यह जल्दीबाजी में बनाया गया है इसलिए गड़बड़ियां हो रही हैं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि तकनीकी दिक्कतों को जल्द ही ठीक करने की कोशिश जाएगी।
इससे पहले उप सचिव सुरेंद्र सिंह वाघे ने चिप्स के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को पत्र भेजकर कड़ा ऐतराज जताया था। उन्होंने लिखा कि सीजी टीका पोर्टल ठीक ढंग से काम नहीं कर रहा है। इसकी शिकायतें सभी जिलों से आ रही हैं। इससे भी बुरी बात यह है कि इन समस्याओं पर बात करने के लिए चिप्स का कोई अधिकारी भी उपलब्ध नहीं है।