छत्तीसगढ़ सरकार ने मंगलवार को बच्चों के बीच राष्ट्रीय एकता और सद्भाव की भावना को मजबूत करने के लिए राज्य भर के स्कूलों में नियमित रूप से 'रघुपति राघव राजा राम' और 'वैष्णव जन तो तेने कहिए' भजन पढ़ना अनिवार्य कर दिया।
एक आधिकारिक बयान में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के हवाले से कहा गया है कि महात्मा गांधी के दो पसंदीदा भजन छत्तीसगढ़ के स्कूलों में नियमित रूप से पढ़े जाएंगे और यह अभ्यास स्कूली छात्रों के बीच गांधीजी के मूल्यों और विचारों को विकसित करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महात्मा गांधी के विचारों से राज्य के बच्चों में सामाजिक एकता और सद्भाव की भावना को मजबूत किया जाएगा, इन भजनों की मूल भावना को आत्मसात करने और उन्हें रोजमर्रा की जिंदगी में अपनाने की जरूरत है।
बघेल ने कहा, "पूरे विश्व में बदलते सामाजिक-राजनीतिक परिवेश में दो सूक्तों की प्रासंगिकता बढ़ी है। राष्ट्रीय एकता, सामाजिक समरसता भारत की मूल प्रकृति है और राजनीति को सेवा का माध्यम बनाना हम सबका कर्तव्य है कि हम जरूरतमंदों, पीड़ितों और वंचितों के दर्द को महसूस करें और उनकी हर संभव मदद करना सुनिश्चित करें।"
इस साल सितंबर में बघेल ने अधिकारियों को महात्मा गांधी की बुनियादी शिक्षाओं को पांचवीं से बारहवीं कक्षा के पाठ्यक्रम में शामिल करने का निर्देश दिया था।