सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे ने कहा है कि चीन को भी अब समझ में आ गया है कि वह हमेशा से साथ रहने वाले अपने दोस्त पाकिस्तान का हर वक्त साथ नहीं दे सकता है। इसके साथ ही सेना प्रमुख ने जम्मू-कश्मीर के हालात पर बोलते हुए कहा कि आतंकी घटनाओं में कमी आई है और सेना आतंकी समूहों पर लगातार दबाव बनाए हुए है। सीमा पार से भेजे जाने वाले आतंकियों को लेकर उन्होंने कहा कि फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) अगर पाकिस्तान पर कड़ाई से एक्शन लेती है तो कमी आएगी।
सेना प्रमुख ने कहा कि एफएटीएफ द्वारा पाकिस्तान को 'ग्रे लिस्ट' में बनाएं रखने के बाद अब उसे अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करना पड़ सकता है। यहां तक कि चीन को भी अपने ‘ऑल वेदर फ्रेंड’ को साथ देने में सोचना पड़ सकता है। बता दें, मंगलवार को एफएटीएफ की बैठक में पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में बनाए रखा गया था, जबकि ब्लैक लिस्ट में डालने को लेकर शुक्रवार को अंतिम फैसला आएगा।
'स्थायी कमीशन का आदेश स्वागत योग्य'
सेना में महिला अधिकारियों को स्थायी कमीशन देने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश का स्वागत करते हुए सेना प्रमुख नरवणे ने कहा कि सेना लैंगिक समानता का समर्थन कर रहा है। सर्वोच्च अदालत का आदेश इसे स्पष्टता प्रदान करेगा। उन्होंने कहा, “भारतीय सेना धर्म, जाति, पंथ या लिंग के आधार पर किसी भी सैनिक के साथ भेदभाव नहीं करती है। इसीलिए सेना में 1993 महिला अधिकारियों को शामिल करना शुरू किया गया था।
जनरल एम एम नरवणे ने कहा कि महिलाओं को स्थाई कमीश्न देने के मसले पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिया गया फैसला स्वागत योग्य है। क्योंकि, यह संगठन की बेहतर दक्षता के लिए अधिकारियों को लाभान्वित करने के लिए स्पष्टता और उद्देश्य की भावना लाता है। मैं यह विश्वास दिलाना चाहूंगा कि महिला अधिकारियों सहित भारतीय सेना में हर किसी को राष्ट्र के योगदान में समान अवसर दिया जाएगा। इसके साथ ही उनके करियर में भी प्रगति होगी।
सेना हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार
इसके अलावा कट्टरपंथी हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी की स्वास्थ्य स्थिति के बारे में पूछे जाने पर सेना प्रमुख ने कहा कि सुरक्षा बलों को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। वहीं, जम्मू-कश्मीर के लिए विशेष रूप से एक थिएटर कमांड के प्रस्तावित निर्माण पर सेना प्रमुख ने कहा कि अंतिम रूप देने से पहले इस पर विस्तृत चर्चा होगी।