इंटरपोल के एक अधिकारी ने बताया, ‘सारे क्लियरेंस मिल चुके हैं और उसे आज रात तक भारत भेज दिया जाएगा।’ इससे पहले राजन ने एक जबर्दस्त दावा किया था मुंबई पुलिस के कुछ अधिकारी भारत के सबसे वांछित आतंकवादी दाऊद इब्राहिम के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
राजन ने मीडिया को बताया, ‘मुंबई पुलिस ने मेरे साथ बहुत अत्याचार किया है और मेरा उस पर कोई भरोसा नहीं है। मुंबई पुलिस में कुछ ऐसे अधिकारी हैं जो दाऊद के साथ मिले हुए हैं। इसे ध्यान में रखते हुए दिल्ली सरकार को मेरे साथ न्याय करना होगा। मैं दाऊद से डरता नहीं हूं और उसके तथा आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखूंगा।’
राजन ने भारत सरकार से अपने साथ न्याय करने की अपील के साथ ही यह भी दावा किया कि उसके खिलाफ लगाए गए सभी आरोप झूठे और बेबुनियाद हैं। राजन को भारत भेजने की आखिरी कवायद आज डेंसपार इमिग्रेशन के प्रमुख और जकार्ता इंटरपोल की मदद से की जा रही है जो बाली पुलिस मुख्यालय में उससे पूछताछ कर रहे हैं।
आव्रजन विभाग के सूत्रों के मुताबिक इंटरपोल राजन से पूछताछ और अंतिम क्लियरेंस मिलने के बाद राजन के प्रत्यर्पण को हरी झंडी दे देगा। मुंबई अपराध शाखा, दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा और सीबीआई के छह सदस्यों की संयुक्त टीम अभी इंडोनेशिया में है जो राजन के प्रत्यर्पण संबंधी सभी दस्तावेज अपने साथ लेकर गई है जिसमें उसकी आपराधिक पृष्ठभूमि और उसके खिलाफ कोर्ट वारंट भी शामिल हैं। राजन कम से कम 68 मामलों में मुंबई में वांछित है जिसमें हत्या के 20 मामले और मकोका, पोटा तथा आर्म्स अधिनियम के तहत कई गंभीर आरोप भी शामिल हैं।