राजस्थान की राजधानी जयपुर में हुए सांप्रदायिक बवाल के बाद मोबाइल इंटरनेट सस्पेंड कर दिया गया है और कई इलाकों में धारा 144 लगा दी गई है। दरअसल, जयपुर में दो समुदाय आमने-सामने आ गए। दोनों तरफ से जमकर ईंट-पत्थर चले। सांप्रदायिक बवाल की इस घटना में 9 पुलिसकर्मियों समेत दोनों ही पक्ष के कुल 24 लोगों के घायल होने की खबर है।
पुलिस ने इस संबंध में 5 लोगों को गिरफ्तार किया है और उसने इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वाले तीन लोगों को चिन्हित कर लिया है। यह घटना सोमवार रात गलता गेट के पास ईदगाह इलाके में हुई।
पांच गिरफ्तार
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अजयपाल लांबा ने कहा कि सोमवार रात को हुई घटना के सिलसिले में स्वत: संज्ञान से मामला दर्ज करते हुए पुलिस ने गलता गेट थाना इलाके से पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।
इन लोगों के खिलाफ राजकीय कार्य में बाधा पहुंचाने, राष्ट्रीय राजमार्ग पर आवागमन बाधित करने और पुलिस पर हमला करने का मामला बनाया गया है।
इंटरनेट 24 घंटे के लिए बंद
उन्होंने बताया कि प्रभावित इलाके में अतिरिक्त जाब्ता लगाया गया है और हिंसा की कोई ताजा घटना नहीं हुई। पुलिस ने मंगलवार को प्रभावित इलाके में फ्लैग मार्च किया तथा शांति समितियों के जरिए दोनों समुदायों के लोगों से बातचीत की गयी। लांबा ने बताया कि दस थाना क्षेत्रों में इंटरनेट सेवाएं अगले चौबीस घंटे भी बंद रहेंगी।
सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों को किया गया चिन्हित
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त प्रथम संतोष चालके ने कहा कि घटनाक्रम के दौरान सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों को चिन्हित किया गया है। सोशल मीडिया पर यह अफवाह फैलाई गयी कि कुछ लोगों को जय श्रीराम कहने को मजबूर किया गया जबकि ऐसी कोई घटना नहीं हुई थी। पुलिस ने यह अफवाह फैलाने वाले तीन लोगों को चिन्हित किया है जिन्हें पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
इस तरह मचाया गया उपद्रव
उन्होंने बताया कि सोमवार रात 5-6 गाड़ियों के शीशे तोड़े गए जबकि एक दुपहिया वाहन को आग के हवाले कर दिया गया। उन्होंने बताया कि इस घटना में नौ पुलिसकर्मियों सहित 24 लोगो को चोट लगी है। इससे पहले जयपुर के पुलिस आयुक्त आनंद श्रीवास्तव ने बताया था,'दिल्ली रोड पर कुछ लोगों ने एक बस को रुकवाकर उसे नुकसान पहुंचाया। हालात पर काबू पाने के लिए जब पुलिस वहां पहुंची तो उसे भी निशाना बनाया गया। हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। इसके बाद इलाके में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया गया है।
क्या है मामला?
इससे पहले रविवार को अल्पसंख्यक समुदाय के कुछ लोगों द्वारा गलता गेट इलाके में कांवड़ यात्रियों से दुव्यर्वहार की घटना सामने आई थी। इसको लेकर हिंदू समुदाय में नाराजगी थी। सोमवार रात दोनों समुदाय आमने सामने आ गए हालांकि इसका तात्कालिक कारण अज्ञात है। श्रीवास्तव ने कहा,’’प्रथम दृष्टटया एक छोटी सी सड़क दुर्घटना के बाद कुछ लोगों ने रास्ता जाम किया। हालांकि वास्तविक कारणों का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है।'