कांग्रेस ने शनिवार को अडानी मुद्दे पर सरकार पर हमला करते हुए कहा कि G20 विषय 'वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर' है' लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वास्तव में "वन मैन, वन गवर्नमेंट, वन बिजनेस ग्रुप" में विश्वास करते हैं"।
अमेरिकी शोध फर्म हिंडनबर्ग के द्वारा "अनियमितताओं" का आरोप लगाने के बाद कांग्रेस पार्टी ने अरबपति गौतम अडानी के समूह के वित्तीय व्यवहार पर सवाल उठाया है।कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने एक बयान में कहा कि 2023 में दिल्ली में जो जी 20 शिखर सम्मेलन शुरू हुआ है, वह भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग पर नकेल कसने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एकजुट करने के लिए है। लेकिन पीएम मोदी और सरकार गौतम अडानी को संरक्षण दे रही है, जो भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। इस कारण सरकार की मंशा और कार्यप्रणाली पर सवाल उठना स्वाभाविक है।
जयराम रमेश ने कहा कि नरेन्द्र मोदी साल 2014 से ही विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर यह कहते आए हैं कि भारत की सरकार भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए संकल्पबद्ध है। लेकिन नरेन्द्र मोदी ने अपने साथियों के लिए रास्ता आसान करने का काम किया है और उनके हित में नीतियों का निर्माण किया है। जयराम रमेश ने यह आरोप भी लगाया कि पीएम मोदी ने विभिन्न जांच एजेंसियों का इस्तेमाल कर के अपने मित्रों को बचाने का काम किया है। जयराम रमेश ने कहा कि जिस तरह से नीरव मोदी, विजय माल्या, मेहुल चौकसी को विदेश भगाया गया, वह बताता है कि भ्रष्टाचार और काले धन से लड़ने की सब बातें झूठ और खोखली हैं।