कांग्रेस के 23 नाराज नेताओं ने शनिवार को जम्मू में शांति सम्मेलन किया था। जिसमें कपिल सिब्बल और गुलाम नबी आजाद समेत कई बड़े नेता मौजूद रहें। सिब्बल ने कांग्रेस को आइना दिखाते हुए कहा था कि ये सच्चाई है कि कांग्रेस पार्टी कमजोर होती हुई दिखाई दे रही है।
अब पीएम मोदी की आजाद ने तारीफ की है। पूर्व राज्यसभा सांसद गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि पीएम मोदी जमीन से जुड़े नेता हैं और लोगों को उनसे सीखना चाहिए कि कामयाबी की बुलंदियों पर जाने के बाद भी कैसे अपनी जड़ों को याद रखा जाता है।
गुलाम नबी आजाद ने जम्मू-कश्मीर में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, “कई नेताओं में बहुत सी अच्छी बातें होती हैं। मैं खुद गांव का हूं और इसे लेकर बहुत फक्र होता है। पीएम मोदी भी कहते हैं, “बर्तन मांजता था, चाय बेचता था, निजी तौर पर हम उनके खिलाफ हैं, लेकिन जो अपनी असलियत नहीं छिपाते, यदि आपने अपनी असलियत छिपाई तो आप मशीनरी दुनिया में जी रहे होते हैं।“
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आज़ाद ने शनिवार को आयोजित शांति सम्मेलन में कहा था, आज कई बरसों बाद हम राज्य का हिस्सा नहीं हैं, हमारी पहचान खत्म हो गई है। राज्य का दर्जा वापस पाने के लिए हमारी संसद के अंदर और बाहर लड़ाई जारी रहेगी। जब तब यहां चुने हुए नुमाइंदे मंत्री और मुख्यमंत्री नहीं होंगे बेरोज़गारी, सड़कों और स्कूलों की ये हालत जारी रहेगी। मैं राज्यसभा से रिटायर हुआ हूं, राजनीति से रिटायर नहीं हुआ और मैं संसद से पहली बार रिटायर नहीं हुआ हूं।
वहीं, कपिल सिब्बल ने कांग्रेस नेतृत्व की जमकर आलोचना की थी। उन्होंने कहा था, "सच्चाई ये है कि कांग्रेस पार्टी हमें कमजोर होती दिखाई दे रही है और इसलिए हम यहां इकट्ठा हुए हैं। हमें इकट्ठा होकर पार्टी को मजबूत करना है। गांधी जी सच्चाई के रास्ते पर चलते थे, ये सरकार झूठ के रास्ते पर चल रही है।"
गौरतलब है कि गुलाम नबी आजाद के रिटायरमेंट को लेकर संबोधन करते हुए राज्यसभा में पीएम मोदी ने उनकी तारीफ की थी। पीएम मोदी ने आजाद को सैल्यूट किया था। बाद में गुलाम नबी आजाद भी भावुक हो गए थे। गुलाम नबी आजाद पार्टी के उन 23 नेताओं में प्रमुख चेहरा हैं जो पार्टी नेतृत्व को लेकर मोर्चा खोल चुके हैं।