देश में बच्चों के कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर एक अच्छी खबर सामने आई है। कोविड वैक्सीनेशन प्रोग्राम फरवरी के अंत से 12-14 आयु वर्ग के लिए शुरू होने वाला है। यह जानकारी राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह के कोविड -19 कार्य समूह के अध्यक्ष डॉ एन के अरोड़ा ने रविवार को दी है।
देश में अब तक 15 -17 साल के तीन करोड़ से अधिक बच्चों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है। अब तक लगभग 45 प्रतिशत बच्चों को वैक्सीन लग चुकी है। बड़ी बात यह है कि भारत को यह मुकाम हांसिल करने में मात्र 13 दिन का वक्त लगा है।
टाइम ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार डॉ अरोड़ा ने कहा कि, "हमारा लक्ष्य 15-17 आयु वर्ग के सभी 7.4 करोड़ किशोरों को जनवरी के अंत तक पहली खुराक के साथ कवर करना है जिससे हम फरवरी की शुरुआत से दूसरी डोज के साथ टीकाकरण शुरू कर सकें और फरवरी के अंत तक दूसरी खुराक समाप्त कर सकें। हम फरवरी के अंत या मार्च की शुरुआत से 12 से 14 साल के बच्चों का टीकाकरण शुरू करना चाहते हैं।"
उन्होंने आगे कहा कि विशेषज्ञों का कहना है कि 12 से 17 साल के बच्चे काफी हद तक वयस्कों की तरह होते हैं। इसलिए, मुख्य रूप से पहले 15-17 वाले समूह में किशोरों की सुरक्षा के लिए निर्णय लिया गया था। एक बार उन्हें पूरी तरह से वैक्सीनेटेड करने के बाद सरकार अगले आयु वर्ग को शामिल करने के लिए नीतिगत निर्णय लेगी। इसमें 12-14 वर्ग के बच्चे शामिल हैं।
टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह के कोविड -19 कार्यकारी समूह के अध्यक्ष डॉ एन के अरोड़ा ने रविवार को कहा कि फरवरी के अंत से 12-14 आयु वर्ग के लिए कोविड टीकाकरण कार्यक्रम शुरू होने वाला है।
उन्होंने आगे कहा कि किशोरों का टीकाकरण महत्वपूर्ण है क्योंकि वे काफी गतिशील होते हैं। वे स्कूल, कॉलेज जाते हैं, आपस में मिलते हैं और संक्रमण फैलने का उच्च जोखिम होता है। खासकर कोरोना वायरस के ओमिक्रोन वैरिएंट जो काफी तेजी से फैलता है। इसलिए सरकार ने 18 साल से कम उम्र वालों को प्राथमिकता दी जा रही है।