नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने सोमवार को कहा कि भारत जल्द ही 26 नौसैनिक राफेल जेट और तीन अतिरिक्त स्कॉर्पीन पनडुब्बियों की प्रस्तावित खरीद को अंतिम रूप देने के लिए तैयार है।
नौसेना दिवस से पहले मीडिया ब्रीफिंग में एडमिरल त्रिपाठी ने यह भी कहा कि दो एसएसएनएस (परमाणु ऊर्जा चालित पनडुब्बियों) के लिए सरकार की मंजूरी से यह संकेत मिलता है कि सरकार को ऐसी नौकाओं के निर्माण के लिए देश की स्वदेशी क्षमताओं पर भरोसा है।
नौसेना प्रमुख ने यह भी कहा कि देश की नौसैन्य शक्ति को बढ़ाने के प्रयासों के तहत वर्तमान में 62 जहाज और एक पनडुब्बी का निर्माण चल रहा है।
उन्होंने कहा कि अगले एक वर्ष में बड़ी संख्या में जहाज नौसेना में शामिल होने की प्रतीक्षा कर रहे हैं और कम से कम एक जहाज नौसेना में शामिल किया जाएगा।
एडमिरल त्रिपाठी ने कहा, "हमने बल में विशिष्ट प्रौद्योगिकियों को शामिल करने के लिए प्रयास दोगुना कर दिए हैं।"
उन्होंने कहा कि राफेल-एम (नौसैनिक संस्करण) और स्कॉर्पीन पनडुब्बियों की खरीद अगले महीने अंतिम रूप ले लेगी।
पिछले वर्ष जुलाई में रक्षा मंत्रालय ने फ्रांस से राफेल-एम जेट विमानों की खरीद को मंजूरी दी थी, मुख्य रूप से स्वदेश निर्मित विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत पर तैनाती के लिए।
पाकिस्तान द्वारा अपनी समुद्री ताकत बढ़ाने के प्रयासों पर एडमिरल त्रिपाठी ने कहा कि भारतीय नौसेना पड़ोसी देशों से किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए तैयार है।