Advertisement

लेह में राजनाथ सिंह का पाक पर बयान, बोले- कश्मीर तुम्हारा था ही कब जो रोते रहते हो

लेह दौरे पर गए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कश्मीर मामले पर पाक को दो टूक जवाब दिया। उन्होंने कहा कि...
लेह में राजनाथ सिंह का पाक पर बयान, बोले- कश्मीर तुम्हारा था ही कब जो रोते रहते हो

लेह दौरे पर गए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कश्मीर मामले पर पाक को दो टूक जवाब दिया। उन्होंने कहा कि मैं पाकिस्तान से पूछना चाहता हूं कि कश्मीर कब पाकिस्तान का था जो उसको लेकर रोते रहते हो। पाकिस्तान बन गया तो हम आपके वजूद का सम्मान करते हैं। सिंह ने कहा कि इस मामले में पाकिस्तान की कोई जगह नहीं है। यह बात रक्षा मंत्री ने लेह में आयोजित किसान-जवान विज्ञान मेला के उद्घाटन के दौरान कही।

बता देंं कि जम्मू-कश्मीर से लद्दाख के अलग किए जाने और केंद्र शासित प्रदेश बनाने के बाद केंद्र सरकार के किसी बड़े मंत्री का यह पहला लद्दाख दौरा है। महीने के शुरू में जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने का प्रस्ताव पारित किया गया था।

रक्षा अधिकारियों ने कहा कि यात्रा के दौरान राजनाथ सिंह स्थानीय लोगों और इलाके में तैनात सैन्य अधिकारियों दोनों से मुलाकात कर सकते हैं।

लद्दाख को यूटी बनाने पर चीन के विरोध के बीच दौरा

लेह में  रक्षा मंत्री को चीन और पाकिस्तान दोनों सीमाओं पर सुरक्षा स्थिति के बारे में स्थानीय सैन्य कमांडरों द्वारा जानकारी दी गई है। लद्दाख को यूटी बनाने के कदम के चीन के विरोध के बीच राजनाथ का यह दौरा हो रहा है। जून में राजनाथ ने रक्षा मंत्री का पद संभालने के तुरंत बाद लद्दाख का दौरा किया था और सियाचिन युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण किया।

विज्ञान मेले का उद्घाटन

रक्षा मंत्री यहां एक विज्ञान मेले का उद्घाटन किया जिसमें ऊंचाई वाले क्षेत्रों में उगने वाली उपयुक्त फसलों और अनाजों का प्रदर्शन किया जा रहा है।

रक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह आयोजन लद्दाख के स्थानीय लोगों के साथ अनुसंधान-जनित कृषि तकनीक को साझा करने के लिए किया जा रहा है ताकि उनका जीवन आसान हो सके।

मेला में रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित कृषि उत्पादों का प्रदर्शन किया जा रहा है। इनमें अनाज, फल और बीज शामिल हैं जिन्हें अनुसंधान के माध्यम से उच्च ऊंचाई पर प्रतिकूल मौसम की स्थिति का सामना करने के लिए विकसित किया गया है। अधिकारी ने कहा, "मेले के बाद, डीआरडीओ से नागरिकों को प्रौद्योगिकी का हस्तांतरण किया जाएगा जो उनके लिए उपयोगी है। पूरे कार्यक्रम का उद्देश्य लद्दाख के स्थानीय नागरिकों के जीवन को आसान बनाना है।"

 

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad