अधिकारियों ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय पिछले कुछ दिनों से टंडन से पूछताछ कर रहा था और बुधवार रात उन्हें धनशोधन निवारण अधिनियम :पीएमएलए: के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार कर लिया गया और उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा।
एजेंसी को संदेह है कि टंडन ने कोलकाता के व्यवसायी पारस मल लोढ़ा की कथित मिलीभगत से 70 करोड़ रुपये के अमान्य नोटों को बदलवाने में कथित तौर पर महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। ईडी ने इस संबंध में दिल्ली में कोटक बैंक के प्रबंधक आशीष कुमार को भी गिरफ्तार किया था। जांच एजेंसियों ने नोटबंदी के बाद कालेधन से जुड़े कुछ बड़े गिरोहों का पर्दाफाश करते हुए एेसे गिरोहों से जुड़े महत्वपूर्ण लोगों को हिरासत में ले लिया है।
सीबीआई ने चेन्नई से रेड्डी को गिरफ्तार किया, वहीं ईडी ने लोढ़ा और कुमार को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था।
काले धन को खपाने और नोटबदली के खेल में प्रवर्तन निदेशालय ने यह कार्रवाई की है। टंडन पर नोटबंदी के बाद बैंक अधिकारियों की मिलीभगत से 70 करोड़ की राशि को व्हाइट कराने का आरोप है। इस मामले में ईडी ने टंडन से पूछताछ भी की थी। रोहित टंडन के घर से मिले नए नोटों की जांच के दौरान ईडी को कई अहम सुराग मिले थे। जो ईडी को बैंक मैनेजर से मिले थे।