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दिल्ली और महाराष्ट्र में भी बर्ड फ्लू की दस्तक, देश के 9 राज्यों में प्रकोप

एक ओर जहां कोरोना महामारी का प्रकोप देश भर में फैला हुआ है वहीं अब बर्ड फ्लू का खतरा भी फैलता जा रहा है।...
दिल्ली और महाराष्ट्र में भी बर्ड फ्लू की दस्तक, देश के 9 राज्यों में प्रकोप

एक ओर जहां कोरोना महामारी का प्रकोप देश भर में फैला हुआ है वहीं अब बर्ड फ्लू का खतरा भी फैलता जा रहा है। अब महाराष्ट्र और दिल्ली में भी बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। महाराष्ट्र में दो दिन में 800 मुर्गियों की मौत हो गई। जबकि दिल्ली के एनिमल हसबैंडरी विभाग के मुताबिक, भोपाल भेजे गए 8 सैंपल पॉजिटिव पाए गए हैं। महाराष्ट्र और दिल्ली समेत अब तक 9 राज्यों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है। केरल, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, गुजरात और उत्तर प्रदेश में बर्ड फ्लू फैलने की पुष्टि हो चुकी है। फ्लू के फैलते खतरे पर संसदीय कमेटी ने आज (सोमवार) बैठक बुलाई है।

दिल्ली में पिछले दिनों पार्कों में मृत पाये गये कौवौं और बत्तखों की जांच में इसकी पुष्टि हुई है। दिल्ली सरकार के पशुपालन विभाग ने मरे हुए कौवौं और बत्तखों को जांच के लिये जालंधर की प्रयोगशाला में भेजा था। विभाग से सोमवार को मिली जानकारी के अनुसार मरे हुए कौवों और बतखों के आठ नमूनों की जांच में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है है। विभाग के मुताबिक संजय झील की बतख और मयूर विहार के पार्क के कौवों में बर्ड फ्लू पाया गया है। दिल्ली सरकार ने राजधानी में बर्ड फ्लू की आशंका में पूर्वी दिल्ली स्थित मुर्गा मंडी को नौ जनवरी को ही 10 दिन के लिये बंद कर दिया था और जीवित पक्षियों के राजधानी में लाने पर प्रतिबंध लगा दिया था।

बर्ड फ्लू को लेकर राज्यों के लिए परामर्श जारी

हरियाणा के पंचकुला जिले की दो मुर्गीपालन कंपनियों से लिए गए नमूनों में आईसीएआर-एनआईएचएसएडी द्वारा एवियन फ्लू (एआई) की पुष्टि के बाद, मध्य प्रदेश के शिवपुरी, राजगढ़, शाजापुर, आगर, विदिशा, उत्तर प्रदेश के जूलॉजिकल पार्क, कानपुर और राजस्थान के प्रतापगढ़ व दौसा जिलों में प्रवासी पक्षियों में एवियन फ्लू के मामले दर्ज किए गए हैं। विभाग ने प्रभावित राज्यों के लिए परामर्श जारी किया है, जिससे बीमारी का प्रसार रोका जा सके।

छत्तीसगढ़ राज्य के बालोद जिले में 08 जनवरी की रात और 09 जनवरी की सुबह मुर्गियों और जंगली पक्षियों की असामान्य मृत्यु की खबरें आई हैं। राज्य ने आपात स्थिति के लिए आरआरटी दलों का गठन कर दिया है और निर्दिष्ट प्रयोगशाला को नमूने भी भेज दिए गए हैं।

इसके अलावा, केरल के दो प्रभावित जिलों में पक्षियों को मारने का अभियान पूरा हो गया है और केरल राज्य में पोस्ट ऑपरेशनल सर्विलांस प्रोग्राम से जुड़े दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। केरल, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के प्रभावित इलाकों की निगरानी के उद्देश्य से भ्रमण के लिए केंद्रीय दल नियुक्त कर दिए गए हैं और केरल में महामारी की जांच के लिए केंद्रीय दल पहुंच गए हैं।

राज्यों/संघ शासित क्षेत्रों के मुख्य सचिवों/ प्रशासकों को भेजे पत्र में सचिव डीएएचडी ने राज्य पशुपालन विभागों से बीमारी की स्थिति पर नजर रखने के लिए स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ प्रभावी संवाद और समन्वय सुनिश्चित करने तथा इंसानों में बीमारी के प्रसार की संभावनाओं से बचने का अनुरोध किया है। इसके अलावा, जल स्रोतों, पक्षी बाजारों, चिड़ियाघरों, पोल्ट्री फार्म्स आदि के आस-पास निगरानी बढ़ा दी गई है, पक्षियों के अवशेषों का उचित निस्तारण और पोल्ट्री फार्म्स में मजबूत जैव सुरक्षा सुनिश्चित की गई है। राज्यों से भी एवियन फ्लू की किसी घटना को लेकर तैयार रहने का अनुरोध किया गया है और पक्षियों को मारने के अभियान के लिए पीपीई किट्स और एसेसरीज का पर्याप्त भंडार सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है।

मुख्य सचिवों/ प्रशासकों से अफवाहों से प्रभावित उपभोक्ताओं के लिए उचित परामर्श जारी करने की व्यवस्था करने और ऐसे पोल्ट्री या पोल्ट्री उत्पादों की सुरक्षा के बारे में जागरूकता बढ़ाने का अनुरोध किया गया है जो उबालने/ पकाने के बाद खाने के लिए सुरक्षित हैं। राज्यों के लिए डीएएचडी का सहयोग भी सुनिश्चित कर दिया गया है।

 

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