इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर सोमवार रात बम होने की झूठी सूचना मिली जिससे हवाईअड्डे पर परिचालन करीब 70 मिनट के लिए प्रभावित रहा। दरअसल, टर्मिनल-2 पर किसी ने शाम 8.49 बजे दिल्ली पुलिस को फोन कर कहा कि एयरपोर्ट को बचा सकते हो तो बचा लो। फोन कॉल मिलने के तुरंत बाद जांच शुरू हुई और कुछ ही देर में कॉलर की पहचान कर ली गई। पकड़े गए व्यक्ति ने फोन करने की बात से साफ तौर पर इनकार कर दिया। पुलिस जांच में जुटी है और एयरपोर्ट पर छानबीन की जा रही है।
अधिकारियों ने बताया, “दिल्ली पुलिस को रात 8.49 बजे टर्मिनल 2 पर बम होने का फोन आया।” अधिकारियों ने बताया कि इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के प्रस्थान क्षेत्र को फौरन खाली करा लिया गया और सभी यात्रियों को गेट नंबर चार पर भेज दिया गया जबकि यहां आने वाले यात्रियों को विमानों के अंदर ही रोक दिया गया।
अधिकारी ने बताया, “बम निरोधक दस्ता (बीडीएस) और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने करीब एक घंटे की गहन तलाश के बाद सूचना अफवाह साबित हुई।” हवाईअड्डा पुलिस उपायुक्त संजय भाटिया ने कहा कि सभी पक्षों को तत्काल सूचित एवं चौकस कर दिया गया।
सूचना के बाद खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में बीटीएसी (बम थ्रेट असिस्मेंट कमेटी) मौके पर पहुंच गई। बीटीसी में मौजूद केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ), दिल्ली पुलिस, हवाईअड्डा प्राधिकरण, खुफिया विभाग और अग्निशमन दल के अधिकारियों ने हवाईअड्डे का चप्पा-चप्पा छान मारा। बीटीएसी को मगर कहीं कुछ संदिग्ध नहीं मिला।
कॉल करने वाले की हुई पहचान
उन्होंने कहा, “टर्मिनल 2 की व्यापक जांच की गई। सघन तलाशी अभियान चलाया गया और कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। कॉल करने वाले की पहचान कर ली गई है और उसने ऐसे किसी कॉल को करने से इनकार किया है. कॉल को गैर विशिष्ट घोषित किया गया है।”
मामला दर्ज
उन्होंने बताया कि संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है। अधिकारियों ने बतया कि रात 10 बजे टर्मिनल 2 के लैंडिंग और टेकऑफ एरिया में सेवाएं सामान्य हुईं।