Advertisement

रेप, छेड़खानी, एसिड अटैक की भी राजधानी है दिल्ली

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की ओर से पूरे देश में अपराध से संबंधित जो आंकड़े जारी किए गए हैं उनसे एक बार फिर साबित हुआ है कि देश में सबसे अधिक बलात्कार परिचितों द्वारा ही किए जाते हैं। मंगलवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक साल 2015 में पूरे देश में रेप के 34,651 मामले सामने आए। इसमें से 33 हजार से अधिक मामलों में रेप परिचितों की ओर से किए गए।
रेप, छेड़खानी, एसिड अटैक की भी राजधानी है दिल्ली

बलात्कार के इन मामलों में भाजपा शासित मध्य प्रदेश, सपा शासित उत्तर प्रदेश और भाजपा नियंत्रित पुलिस व्यवस्‍था वाली दिल्ली शीर्ष पर हैं। मध्य प्रदेश में जहां पिछले वर्ष बलात्कार के 4,391 मामले सामने आए वहीं दिल्ली में रेप के 2,199 मामले दर्ज किए गए। पूरे देश में महिलाओं के साथ करीब 3 लाख से अधिक अपराध हुआ है। उत्तर प्रदेश में रेप के 3025 मामले दर्ज हुए। भ्रूण जांच के पूरे देश में सिर्फ 34 मामले दर्ज किए गए हैं और एक बार फिर इस मामले में 32 मामलों के साथ हरियाणा शीर्ष पर है। 


देश में लड़कियों पर ऐसिड अटैक के 42 मामले सामने आए जिनमें 19 दिल्ली के हैं। दिल्ली में लड़कियों का पीछा करने के मामले सबसे अधिक आए हैं। दिल्ली में ऐसे 843 केस दर्ज हुए। सामान्य अपराध के मामले में यूपी शीर्ष पर है जहां 2015 में 4732 मर्डर हुए। बिहार 3178 के साथ दूसरे और दिल्ली 2199 के साथ पांचवें नंबर पर है। जहां तक सांप्रदायिक दंगे की बात है, तो पिछले साल बिहार में सबसे अधिक दंगे हुए। आंकड़ों के मुताबिक बिहार में 13,311 दंगे हुए। महाराष्ट्र 8336 दंगे साथ दूसरे और यूपी 6813 दंगे के साथ तीसरे नंबर पर रहा। पंजाब में एक भी दंगा नहीं हुआ। दलितों के विरुद्ध हिंसा के मामले में कर्नाटक का बेंगलुरु सबसे आगे रहा। यहां सबसे अधिक 127 केस दर्ज हुए।

 

वर्ष 2015 में अनुसूचित जाति के समुदाय पर अत्याचार से जुड़े सबसे अधिक 8,358 मामले उत्तर प्रदेश में दर्ज किए गए, जबकि राजस्थान में 6,998 और बिहार में 6,438 मामले दर्ज किए गए। राष्‍ट्रीय स्तर पर हालांकि 2014 की तुलना में 2015 में अनुसूचित जाति समुदाय के लोगों पर अत्याचार के मामलों में 4.4 प्रतिशत की कमी आई है। वर्ष 2015 में दलितों पर अत्याचार के 45,003 मामले दर्ज किए गए, जबकि 2014 में यह संख्या 47,064 थी।एनसीआरबी के आंकड़ों से पता चलता है कि केंद्र शासित प्रदेशों में इस वर्ग में दिल्ली में सबसे अधिक 54 मामले दर्ज किए गए, जबकि पुडुचेरी में पांच, दमन और दीव में दो-दो और चंडीगढ़ में एक मामला दर्ज किया गया। (एजेंसी)

 

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad