दिल्ली से लखनऊ जाने वाली लखनऊ शताब्दी एक्सप्रेस के जेनरेटर कार में आग लगने से हड़कंप मच गया। शनिवार को इसकी वजह से गाजियाबाद स्टेशन से 1 घंटा 35 मिनट की देरी से स्थिति पर काबू पाने के बाद ट्रेन को रवाना किया गया। क्योंकि आग पर काबू पाने में काफी समय लग गया। एक सप्ताह में दो बार ऐसा हादसा हुआ है जब शताब्दी ट्रेन में आग लगी है। गौरतलब है कि ठीक एक दिन पहले रेल मंत्री पीयूष गोयल ने रेलवे बोर्ड के सदस्यों के साथ बैठक में सख्त चेतावनी और नसीहत देते हुए कहा था कि किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरतने दी जाएगी। रेलवे ने जानकारी दी है कि नई दिल्ली-लखनऊ शताब्दी एक्सप्रेस में सुबह 6:45 बजे आग लगी थी। प्रभावित कोच को अलग कर दिया गया। सभी यात्री सुरक्षित हैं।
कुछ दिन पहले भी लगी थी शताब्दी में आग
उत्तराखंड के देहरादून और नई दिल्ली के बीच चलने वाली शताब्दी ट्रेन में बीते सप्ताह आग लग गई थी। ट्रेन नई दिल्ली से देहरादून के लिए आ रही थी। हालांकि, हादसे में किसी हताहत की कोई सूचना नहीं मिली। इस कोच में 35 लोग सवार थे। जिन्हें दूसरे कोच में स्थानांतरित किया गया। आग प्रभावित कोच अलग कर ट्रेन को देहरादून रवाना किया गया। आग लगने का कारण शॉट सर्किट माना गया।
रेल मंत्री ने दी थी सख्त चेतावनी
रेलवे बोर्ड के साथ शुक्रवार को हुई बैठक में रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा था, सुरक्षा रेलवे की परिचालन का केंद्रित क्षेत्र है और किसी को भी उस मोर्चे पर लापरवाही नहीं बरतने दी जाएगी। सभी संबंधित लोगों को गाड़ियों को चलाने में जरूरी सुरक्षा उपायों की गहन समीक्षा और बार-बार निगरानी करनी चाहिए। उन्होंने सुरक्षा मामलों की समीक्षा करते हुए कहा, आग जैसे खतरों से बचाव के उपायों और सिग्नल, क्रॉसिंग की सतर्कता पर जरूरी ध्यान दी जाए। उन्होंने अधिकारियों को सुरक्षा उल्लंघनों के मूल कारणों के विश्लेषण पर ध्यान केंद्रित करने को कहा और एक सुरक्षा अभियान शुरू करने की सलाह दी।