कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर धीमी पड़ रही है। वहीं अब संभावित तीसरी लहर को लेकर चर्चाएं तेज है। माना जा रहा है कि तीसरी लहर की शुरुआत महाराष्ट्र से हो सकती है और कोरोना का नया डेल्टा प्लस वेरिएंट तीसरी लहर को और भी ज्याद गंभीर बना सकता है। ऐसे में राज्य सरकार की ओर से तैयारियां तेज कर दी गई है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने महत्वपूर्ण बैठक में कोरोना की तीसरी लहर को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश देते हुआ कहा कि हमने दो लहर देखीं हैं और हम अपनी तैयारियों को भी जानते हैं। अभी तीसरी लहर का खतरा बराबर बना हुआ है और कोरोना का नया डेल्टा प्लस वेरिएंट तीसरी लहर को और भी ज्याद गंभीर बना सकता है। मुख्यमंत्री ने इसके लिए पूरी तैयारी रखने के निर्देश दिए हैं।
उद्धव ठाकरे ने वरिष्ठ डॉक्टरों और अधिकारियों के साथ एक बैठक में कहा कि हमें राज्य के ग्रामीण और शहरी दोनो ही क्षेत्रों में दवाईयों और जरूरी उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करानी चाहिए जिससे किसी भी तरह की समस्या का सामना किया जा सके और लोगों को उचित समय पर इलाज पहुंचाया जा सके।
बैठक के दौरान राज्य के वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों ने भी कहा कि पहली लहर के मुकबाले दूसरी लहर में मरीजों की तादाद दोगुनी हो गई तो इस डेल्टा प्लस वेरिएंट के चलते यदि तीसरी लहर आती है तो इस बार से दोगुने लोगों के प्रभावित होने की पूरी संभावना है।
आकंड़ो के अनुसार महाराष्ट्र में पहली लहर में 19 लाख मरीज और दूसरी लहर में 40 लाख मरीज सामने आए। स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि तीसरी लहर में ये संख्या मौजूदा मरीजों से दोगुनी हो सकती है जिसमें 10 फीसदी बच्चे भी शामिल होंगे।
महाराष्ट्र में महामारी की रोकथाम के लिए बनी टास्क फोर्स के मेंबर डॉ. राहुल पंडित का कहना है, तीसरी लहर को कैसे नियंत्रित करना है ये हमारे हाथ में है। हमें भीड़ वाले स्थानों से बचना चाहिए, और दो मास्क का उपयोग करना चाहिए। यदि हमने आम सावधानियां नहीं अपनाई तो तीसरी लहर और भी बड़ी हो सकती है।