मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसक घटना को अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान की गिरफ्तारी से जोड़ने की आलोचना की है। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा का आरोप है कि शाहरूख खान के बेटे "आर्यन" के नाम के पीछे "खान" शब्द जुड़ा है, इसलिए उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है।
दूसरी तरफ, केंद्रीय राज्यमंत्री अजय मिश्र के बेटे के साथ सरकार नरमी से पेश आ रही है। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अनुषंगी संस्था है। इसने कहा है कि महबूबा के सारे आरोप पूरी तरह निराधार और बेबुनियाद हैं। मंच का यह भी कहना है कि कश्मीर में आतंकवादी चुन-चुन कर हिन्दुओं और सिखों को मार रहे हैं। लेकिन ऐसी बर्बरता पर महबूबा चुप रहती हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री उमर अबदुल्ला एवं फारूक अबदुल्ला भी ऐसी घटनाओं पर कुछ नहीं कहते। मंच का कहना है कि महबूबा ने अनुच्छेद 370 और 35ए को हटाए जाने का विरोध किया था।
मंच का कहना है कि महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार की तरफ से प्रायोजित बंद को भी इसी दोहरे आयाम के रूप में देखा जा सकता है। दुर्भाग्यपूर्ण रूप से कुछ राजनीतिक पार्टियां अपनी राजनीतिक रोटिंयां सेंकने के लिए दोहरे मापदंडों और बेशर्मी पर उतर आई हैं। मंच का कहना है कि जिस तरह खेल में डोपिंग जांच के जरिए कड़ा कदम उठाया जाता है उसी तरह बॉलीवुड में नशे से जुड़े लोगों पर कड़ी लगाम लगानी चाहिए।