भारतीय मजदूर संघ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 1000 और 500 रुपये के नोट बंद करने को कठोर और साहसिक कदम बताते हुए इस निर्णय को साहसिक बताया। भारतीय मजदूर संगठन ने कहा कि यह अच्छा अनुभव है और वित्त विकास के लिए अच्छा कदम है।
भारतीय मजदूर संघ ने मांग रखी है कि जीएसटी बिल पास हो जान के बाद अब आयकर वसूलने की जरूरत नहीं है इसिलए आगामी वित्त वर्ष में आयकर को पूरी तरह खत्म कर दिया जाना चाहिए। इस मांग के पीछे उन्होंने मोदी की चुनाव पूर्व जनसभाओं का हवाला दिया जिसमें उन्होंने बोला था कि आयकर पूरी तरह खत्म कर दिया जाएगा।
भामसं ने मांग की है कि प्रधान मंत्री जन धन योजना, दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना, श्यामा प्रसाद मुखर्जी अरबन मिशन, दीन दयाल अंत्योदय योजना और प्रधानमंत्री आवास योजना आदि घोषित की गई योजनाओं का व्यावहारिक अनुपालन कराने के लिए पर्याप्त धन का आवंटन किया जाए। वरना हो सकता है इन योजनां में भी भ्रष्टाचार हो और गरीबों की स्थिति जस की तस की हो।